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लावारिस पड़ा है एलआईसी का 20 हजार करोड़ रुपए, नहीं मिल रहा पैसों का कोई दावेदार

लावारिस पड़ा है एलआईसी का 20 हजार करोड़ रुपए, नहीं मिल रहा पैसों का कोई दावेदार

दिल्ली. एलआईसी को 20 हजार करोड़ रुपए का कोई दावेदार नहीं मिल रहा है. यह रकम कंपनियों के मार्केट कैप और कई मंत्रालयों के बजट से भी ज्यादा है. दरअसल देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी LIC का IPO  अगले महीने यानी मार्च में आने वाला है. निवेशक आईपीओ का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. कंपनी ने हाल ही में सेबी के पास आईपीओ का ड्राफ्ट पेपर जमा किया है. ड्राफ्ट पेपर के मुताबिक, 30 सितंबर 2021 तक एलआईसी  के पास 20 हजार करोड़ से ज्यादा की लावारिस  रकम पड़ी है.  लावारिस रकम का मतलब है कि इन पैसों का कोई दावेदार नहीं है. 

DRHP के मुताबिक, इंश्योरेंस कंपनी एलआईसी के पास 21,539.5 करोड़ की Unclaimed रकम है. यह आंकड़ा 30 सितंबर, 2021 तक का है. 31 मार्च 2021 तक कंपनी के पास 18,495.31 करोड़ की Unclaimed रकम थी. छह महीने में Unclaimed Amount में 16.5 फीसदी का उछाल आया है. 31 मार्च, 2020 तक यह आंकड़ा 16,052.65 करोड़ रुपये का था.  जबकि FY19 में यह राशि 13843.70 करोड़ रुपये थी.

LIC ने DRHP में बताया कि Unclaimed Amount में ऐसे क्लेम भी हैं जिन्हें सेटल किया गया. लेकिन उसकी पेमेंट नहीं हुई है. इसके साथ ही पॉलिसी के मेच्योर होने पर देय अमाउंट और पॉलिसी होल्डर द्वारा जमा किया गया अतिरिक्त अमाउंट है.  जिसे रिफंड नहीं किया जा सका है. Unclaimed Amount में वैसी रकम बहुत अधिक है  जो पॉलिसी मेच्योर होने के बाद निवेशक को नहीं मिल पायी है. यह कुल Unclaimed Amount के 90 फीसदी के आसपास है

केंद्र सरकार की एलआईसी में 100 फीसदी हिस्सेदारी है. आईपीओ के जरिये सरकार इसमें अपनी 5 फीसदी हिस्सेदारी बेचेगा. मालूम हो कि एलआईसी का आईपीओ वित्त वर्ष के अंत तक यानी 31 मार्च 2022 तक शेयर बाजार में आने की उम्मीद है. इस आईपीओ के जरिये सरकार एलआईसी के 3,16,294,885 (31.6 करोड़) इक्विटी शेयर बेचेगी. प्रत्येक शेयर की फेस वैल्यू 10 रुपये होगी.


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