DESK : प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, राज्यपाल सहित ज्यादातर वीआईपी नेताओं की गाड़ियों के गुजरने के लिए प्रोटोकॉल के तहत आम लोगों के लिए ट्रैफिक रोक दी जाती है। जिससे कई बार लोगों में नाराजगी भी नजर आती है। अब राजस्थान में मुख्यमंत्री को मिलनेवाली इस विशेष सुविधा को खत्म करने का फैसला लिया गया है। यहां मुख्यमंत्री की गाड़ी भी आम लोगों की तरह ट्रैफिक नियम के अनुसार चलेगी। चौराहों पर लालबत्ती होने पर उनका भी काफिला आम लोगों की तरह ही रुकेगा।
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए वीआईपी कल्चर को खत्म करने की दिशा में बड़ी पहल की है. उन्होंने डीजीपी को निर्देश दिए हैं कि मुख्यमंत्री भी अब आम आदमी की तरह ट्रैफिक में चलेंगे। ऐसे में सांगानेर से विधायक भजनलाल शर्मा की इस पहल को राजस्थान में वीआईपी कल्चर को खत्म करने की दिशा में पहला कदम माना जा रहा है।
बताते चलें कि भरतपुर के रहने वाले भजनलाल शर्मा को बीजेपी ने पहली बार जयपुर की सांगानेर जैसी सुरक्षित सीट से चुनाव लड़ाया. पहली बार में ही चुनाव जीतने के बाद उन्हें सीधे सीएम बना दिया गया।
आम लोगों को नहीं होगी दिक्कत
मुख्यमंत्री की पहल पर किए गए इस फैसले से जनता को वीआईपी के मूवमेंट के दौरान लगने वाले जाम से मुक्ति मिलेगी. पहले जाम में फंसने की वजह से गंभीर मरीजों को परेशानी होती थी. भजनलाल शर्मा की सह्रदयता संवेदनशीलता से अब फैसला लिया गया है कि अब वह भी लाल बत्ती होने पर सड़क पर रुकेंगे। बताते चलें कि पीएम नरेंद्र मोदी भी वीआईपी कल्चर को खत्म करने के हिमायती रहे हैं।