लोकसभा में जम्मू कश्मीर में राष्ट्रपति शासन बढ़ाने के प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर करारा हमला बोला। कश्मीर समस्या के लिए उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु को जिम्मेदार बताया। लोकसभा में गृह मंत्री ने कहा कि पहले आतंकी घटनाओं का जवाब नहीं दिया जाता था हम सिर्फ सुनते थे, लेकिन मोदी सरकार ने एयर स्ट्राइक के जरिए पाकिस्तान के घर में घुसकर आतंकवाद का सफाया किया।
अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस के नेता विभाजन पर सवाल उठा रहे हैं लेकिन इस विभाजन की सहमति किसने की, यह गलती हमने नहीं आपकी पार्टी ने की है। शाह ने कहा कि कश्मीर का एक तिहाई हिस्सा हमारे पास नहीं है इसके लिए कौन जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि नेहरू ने कश्मीर नीति पर देश के गृहमंत्री को भी भरोसे में नहीं लिया था और अगर लेते तो आतंकवाद का मूल ही खत्म हो जाता।
अमित शाह ने कहा कि पहले भारत विरोधी बयान देने पर सरकारी सुरक्षा दे दी जाती थी, भारत की बात करने वाले को नहीं भारत का विरोध करने वालों को सुरक्षा दी जाती दी। लेकिन हमारी सरकार ने ऐसे लोगों को मिलने वाली सुरक्षा को हटाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि देश में पाकिस्तानी चैनलों के प्रसारण को बंद करने का काम किया क्योंकि उनके जरिए भारत के खिलाफ जहर उगला जाता था।
अमित शाह ने कहा कि कश्मीर में पाक प्रेरित आतंकवाद है और हमने आतंक के खिलाफ लड़ाई का तरीका बदला है। हमने आतंकवाद की जड़ में घुसकर उसे खत्म करने का काम किया है। हमने एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक करी, हमारे स्ट्राइक में एक भी नागरिक की मौत नहीं हुई सिर्फ आतंकवादी मारे गए।
अमित शाह ने कहा कि हमने कश्मीर में सुरक्षाबलों की सभी जरूरतों को पूरा करने का काम किया है और आजादी के बाद यह पहली बार हो सका। उन्होंने कहा कि देश में अब तक 132 बार धारा 356 का इस्तेमाल हुआ और 93 बार कांग्रेस ने इसका इस्तेमाल किया है। आज विशेष हालात में राष्ट्रपति शासन लगाया जा रहा लेकिन आपने तो चुनी हुई सरकार को गिराने का काम किया और इस धारा का सियासी इस्तेमाल किया है।