पटना : इस साल बिहार विधानसभा का चुनाव होना है. इसको लेकर अभी से सियासी दलों में अपना दमखम दिखाना शुरू कर दिया है.एनडीए में साइड लाइन फील कर रही लोजपा अब अपनी ताकत दिखाने के मूड में है.
14 अप्रैल को होगा जुटान
चुनाव से पहले सीट शेयरिंग को लेकर लोजपा बिहार में अपनी ताकत का अहसास एनडीए को करवाना चाहती है. इस वजह से लोजपा ने 14 अप्रैल को गांधी मैदान में रैली करने वाली है. इसकी जानकारी दलित सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद पशुपति कुमार पारस ने शुक्रवार को पार्टी के प्रदेश कार्यालय में बैठक दी.लोजपा की और से यह दावा किया गया है कि यह रैली ऐतिहासिक होगी.
लोजपा का प्रेशर पॉलिटिक्स शुरू
एनडीए गठबंधन की सबसे छोटी पार्टी लोजपा ने भी आंखें तरेरी है.लोजपा ने दावा किया है कि उनका स्ट्राइक रेट जेडीयू से भी अधिक है लिहाजा उन्हें इग्नोर नहीं किया जा सकता.
दलित सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने बीजेपी-जेडीयू से दो टूक कहा है कि उन्हें विधानसभा चुनाव में कम से कम 43 सीटें जरूर मिलनी चाहिए. क्योंकि 2015 के विस चुनाव में लोजपा 43 सीटों पर लड़ी थी.