SUPAUL/KISHANGANJ: बिहार में कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए 5 मई को लॉकडाउन लगाया गया था. एक हफ्ते बाद भी लोग अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं और लॉकडाउन में पुलिस प्रशासन का सहयोग नहीं कर रहे. अभी भी कुछ लोग चोरी-छिपे दुकानें खोल रहे हैं और ग्राहकों को आमंत्रित कर रहे हैं. इतना ही नहीं दुकान में ग्राहक के आते ही दुकानदार शटर गिरा देते हैं, जिससे दुकान के बंद होने का एहसास हो. इसके अलावा कई ऐसे युवा और महिलाएं भी हैं जो बेवजह की खरीदारी करने निकल जा रहे हैं. ऐसे लोगों पर पुलिस सख्ती से कार्रवाई कर रही है. फिर भी आए दिन ऐसी खबरें सामने आ ही जाती हैं.
सुपौल के त्रिवेणीगंज अनुमंडल पदाधिकारी ने जायजा लेते हुए जनरल स्टोर को सील कर दिया. एसडीएम एस जेड हसन ने कहा कि सरकार की गाइडलाइन के तहत दुकान खोलने का समय निर्धारित की गई है. जो दुकानदारों सरकारी गाइडलाइन की अवहेलना करते पकड़े जाएंगे, उनपर सख्त कार्रवाई होगी. एसडीएम ने लोगों से समझदार और जिम्मेदार बनते हुए लॉकडाउन का पालन करने की अपील की है.
वहीं दूसरी तरफ किशनगंज में लॉकडाउन के बीच कुछ युवा सड़क पर बेजवह घूमने निकले. रास्ते में पुलिस गश्त दल की उनसे मुलाकात हो गई. पुलिस ने युवाओं से बाहर निकलने की वजह पूछी तो सभी सकपका गए और माफी मांगने लगे. इसपर पुलिस ने युवाओं को ऐसी ट्रेनिंग दी जो उन्हें हमेशा याद रहेगी. शहर के डे-मार्केट रोड पर पुलिस ने युवाओं को मुर्गा बनवाया. मुर्गा बनाकर इन्हें दौड़ने को कहा. पुलिस के डर से सभी मुर्गा बवकर सड़क पर कुछ दूर तक दौड़े. इशके बाद पुलिस ने सभी को चेतावनी देकर घर भेज दिया.