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लोगों की बजाय गांव के पुतले कर रहे नेताओं से डिमांड, जानें क्या है पूरी कहानी

लोगों की बजाय गांव के  पुतले कर रहे नेताओं से डिमांड, जानें क्या है पूरी कहानी

DESK: आम तौर पर आपने खेतों में  (पुतला) लगे हुए देखा होगा, ये पुतला पशु पक्षियों के भगाने के लिए लगाया जाता है ताकि पशु पक्षी फसलों को नष्ट कही करें लेकिन बिहार के चुनाव काल  में इन पुतलों की कहानी कुछ और ही कह रहीं है. बिहार के गया जिला के कई गांव और खेतों में बिजूका लगा हुआ जो आने वाले नेताओं का ध्यान आकृष्ट करता है. इन पुतलों पर सरकार और स्थानीय नेता जो चुनाव में वोट मांगने आते है उनसे सौर ऊर्जा लगाने की मांग अनोखे तरीके से की जा रही है. चुकी इस गांव मे बिजली की आंख मिचौली से ग्रामीण परेशान हैं और खेतों में सिंचाई  भी नहीं हो पाती है ऐसे में इस बार के चुनाव में सोलर ही बड़ी समस्या है.

बता दें कि गया जिला के वजीरगंज विधानसभा क्षेत्र के करजरा गांव के खेतों में नेताओं के लिए बिजूका (पुतला) लगाया गया है ताकि जो गांव में प्रत्याशी वोट मांगने आए तो उनका ध्यान इस पुतले पर जाएं और पुतले के गले मे लटके मांगों पर उनका ध्यान आकृष्ट हो सकें  और उनकी मांगो को पूरा करें. हालांकि यहां के ग्रामीणों की कुछ खास बड़ी मांग नहीं है, मांग भी बेहद अत्याधुनिक और वाजिब है जिसकी जरूरत पूरे देश को है, इनकी मांग सौर ऊर्जा प्लांट लगाने की है, जिससे सौर ऊर्जा से खेतों में पटवन किया जा सके.

ग्रामीण अश्विनी और दिवशंकर ने बताया कि अक्षय ऊर्जा की मांग लंबे समय से की जा रही है. गांव में बिजली ही सिंचाई का एकमात्र साधन है, बारिश कब हो कोई भरोसा नहीं होता. गांव में बिजली है लेकिन आंख मिचौली करते रहती है, जिससे पटवन भी ठीक से नहीं होता है. बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पाती है और घर में कामकाज महिलाएं नहीं कर पाती है क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति बहुत कम होती है.ग्रामीणों ने बताया कि चुनाव आ चुका है ऐसे में प्रत्याशियों की गांव में दौड़ शुरू होने जा रही है इन प्रत्याशियों तक अपनी बात आसानी से पहुंचाने के लिए पुतला को सहारा बनाया गया है. गांव के एक दो नहीं बल्कि कई खेतों में पुतला लगाकर ग्रामीणों ने अपनी मांग की तख्ती इन पर लटका दी है, जिससे गांव में आने वाले प्रत्याशी इन्हें देख कर गांव वालों की समस्या समझ सके.अब देखना दिलचस्प होगा की इस अनोखे तरीके से हो रही मांग को कौन पूरा करेगा ।  

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