न्यूज़ 4 नेशन डेस्क : 2019 के लोकसभा चुनाव के तारीखों के ऐलान होने के बाद सभी पार्टियों ने चुनावी समर की तयारी शुरू कर दी है. लेकिन चुनाव के तारीखों को लेकर आप और TMC पार्टी ने आपत्ति जताई है.
दिल्ली के ओखला विधानसभा सीट से AAP पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान ने रमजान के दौरान वोटिंग पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने चुनाव के तारीखों का ऐलान होते ही ट्वीट कर लिखा कि '12 मई का दिन होगा दिल्ली में रमजान होगा मुसलमान वोट कम करेगा इसका सीधा फायदा बीजेपी को होगा.' वहीं ममता बनर्जी की पार्टी TMC के नेता ने भी रमजान के दौरान वोटिंग पर सवाल उठाए हैं.
टीएमसी नेता फरहाद हकीम ने कहा कि बिहार, यूपी और बंगाल में सात चरण में चुनाव होने हैं और इन तीनों राज्यों में अल्पसंख्यक आबादी काफी ज्यादा है. रोजे के दौरान वोटिंग करनी होगी, चुनाव आयोग को इसका ध्यान रखना चाहिए था. फरहाद हकीम ने ये भी आरोप लगाया कि बीजेपी नहीं चाहती कि अल्पसंख्यक अपना वोट करें.
इस्लामिक स्कॉलर और लखनऊ ईदगाह के इमाम व शहरकाजी मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने 6 मई से 19 मई के बीच होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर कड़ी नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा है कि 5 मई को मुसलमानों के सबसे पवित्र महीने रमजान का चांद देखा जाएगा. अगर चांद दिख जाता है तो 6 मई से रोजे शुरू हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि रोजे के दौरान देश में 6 मई, 12 मई व 19 मई को मतदान होगा, जिससे देश के करोड़ों रोजेदारों को परेशानी होगी.हालांकि लोकसभा चुनाव के दौरान राम नवमी और चैती नवरात्र की पूजा भी आएगी।