PATNA: लोकसभा में जेडीयू के नेता ललन सिंह ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा करते हुए एक बार फिर से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग उठाई ।उन्होंने लोकसभा में कहा कि बिहार विधान मंडल ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास करके बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने का प्रस्ताव भेजा था. इस दिशा में सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए .
उन्होंने सदन में कहा कि जब तक राज्यों का विकास नहीं करेंगे तब तक देश का विकास नहीं होगा. अब भी ऐसे कई राज्य हैं जो पिछड़े हैं . यूपीए की सरकार ने रंगराजन कमेटी बनाई थी, रंगराजन कमेटी ने पिछड़े राज्यों को चिन्हित किया था. जब तक पिछड़े राज्यों को विकसित नहीं किया जाएगा तब तक विकसित राष्ट्र की कल्पना नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि अगर हर क्षेत्र का विकास करना है तो पिछड़े राज्य को चिन्हित कर वहां विकास करना होगा .पिछड़े राज्यों में बिहार भी है, उड़ीसा और झारखंड भी है .कई राज्य हैं जिनकी विभिन्न पैरामीटर्स पर रंगराजन कमेटी ने अनुशंसा की है.
ललन सिंह ने सदन में चर्चा के दौरान एक बार फिर से जातीय जनगणना की मांग उठाई है .राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि आज इस बात की आवश्यकता है कि अगर जातीय जनगणना हो जाए और आरक्षण की जो निर्धारित समय सीमा है अगर उसको बढ़ाना भी पड़े तो आप संविधान में संशोधन करके बढ़ा दीजिए, ताकि समाज के हर तबके और हर लोगों को न्याय मिल सके. तभी सबका साथ-सबका विकास और सबका विश्वास के सपने को साकार कर पाएंगे.
जदयू सांसद ने कहा कि सीएए के नाम पर माहौल को खराब किया जा रहा है. पूरे देश में विपक्षी पार्टी के द्वारा भ्रम फैलाया जा रहा है. जदयू सांसद ने कहा कि हमने धारा 370 हटाने का विरोध किया था 335 ए का भी विरोध किया था लेकिन आज वह कानून है. जम्मू कश्मीर इस देश का अंग है. जम्मू कश्मीर के लोगों का विश्वास जीतने का काम करना होगा. सरकार को चाहिए कि जम्मू-कश्मीर के लोगों का भरोसा जीते.यह तभी संभव होगा जब जम्मू-कश्मीर में विकास की एक लंबी लकीर खींची जाएगी.