DESK : मध्य प्रदेश का राजनीतिक संकट गरमा गया है. सीएम कमलनाथ ने सोमवार शाम को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की और फौरन ही भोपाल रवाना हो गए. इसके बाद भोपाल में लगातार बैठकों का दौर जारी रहा. सूत्रों के अनुसार, ज्योतिरादित्य सिंधिया को पीसीसी चीफ बनाने के साथ डिप्टी सीएम भी बनाया जा सकता है. हालांकि कमलनाथ उनके नाम पर राजी नहीं हैं. उधर सिंधिया समर्थक मंत्री और विधायकों के फोन स्विच ऑफ हैं. खबर है कि सिंधिया समर्थक 6 मंत्री और 12 विधायक बंगलुरू में हैं.
सिंधिया के खेले से कमलनाथ परेशान
सिंधिया खेमे के मंत्रियों और कई विधायकों के फोन स्विच ऑफ होने से मध्य प्रदेश की राजनीति में नया संकट खड़ा हो गया है. इसके बाद बैठकों का दौर जारी रहा और फिर कैबिनेट बैठक में कमलनाथ समर्थक सभी 22 मंत्रियों ने सीएम को अपना इस्तीफा सौंपकर भरोसा जताया है. जबकि सीएम कमलनाथ ने साफ कहा है कि मैं माफियाओं को अपने मंसूबों में कामयाब नहीं होने दूंगा.
सीएम ने जारी किया बयान
कैबिनेट बैठक खत्म हो गई है. जबकि मध्य प्रदेश में जारी सियासी ड्रामे के बीच सीएम कमलनाथ ने एक बयान जारी किया है. उन्होंने कहा कि मैं सूबे में माफिया के सहयोग से अस्थिर करने वाली ताकतों को सफल नहीं होने दूंगा. प्रदेश की जनता का विश्वास और उनका प्रेम मेरे लिए सबसे बड़ी शक्ति है.
साथ ही कमलनाथ ने कहा कि अब इस मामले पर दिल्ली से जो भी फैसला होगा वह सभी को मानना होगा. इसके अलावा कमलनाथ समर्थक सभी 20 मंत्रियों ने अपना इस्तीफा सीएम को सौंपा है. मंत्री सज्जन सिंह ने कहा कि बीजेपी का घृणित प्रयास है, सरकार 5 साल चलेगी. मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, सीएम पर निर्भर करता है कि वो कौन सा फैसला लेंगे. इसके अलावा मंगलवार सुबह 11:30 बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है.