PATNA: महागठबंधन के भीतर आरजेडी और कांग्रेस ने हम को हैसियत बता दी है. पूर्व सीएम जीतन राम मांझी भले ही अपने आप को कांग्रेस से अधिक जनाधार वाले बता रहे है. लेकिन गठबंधन के भीतर इन्हे खास तवज्जो नहीं मिल रहा है तभी तो तभी तो उनकी डिमांड 20 सीट से घटकर 5 पर आ गई है. आगे भी वे समझौते के मूड में दिखाई दे रहे हैं.
वे लगातार प्रेशर पॉलिटिक्स कर रहे हैं लेकिन फिर भी राजद और कांग्रेस के नेता उन्हें दो सीट से अधिक नहीं दे रहे. पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने आज स्वीकार भी किया है कि हमने महागठबंधन के समक्ष 5 सीट की लिखित मांग की थी लेकिन उनकी मांग पर महागठबंधन के भीतर सहमति नहीं बनी है. उन्होंने स्वीकार किया कि कुछ सीटों पर सहमति बनी है लेकिन कुछ को लेकर अभी भी तकरार जारी है. अभी भी वें लगातार महागठबंधन के भीतर प्रेशर बनाने में जुटे हैं कि उन्हें कम से कम तीन सीटें दी जाए. मांझी ने कहा कि हमारी पार्टी ने 5 सीटों की मांग की है लेकिन सभी में सहमति बनेगी तभी तो 5 सीट मिल पाएगी.
उन्होंने कहा कि बिहार कांग्रेस को 11 सीट का फाइनल नहीं हुआ है बल्कि उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व को इसका प्रस्ताव भेजा है. इसमे आगे पीछे होने की पूरी गुंजाइश है. जानकार सूत्र बताते है कि मांझी को 2 सीट से अधिक देने को महागठबंधन के कोई नेता राजी नहीं हैं इसलिए मांझी लगातार प्रेशर पॉलिटिक्स का फंडा अपना रहे हैं