Patna : महागठबंधन में कॉर्डिनेशन कमिटी बनाने की मांग पर अड़े हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा सुप्रीमो जीतन राम मांझी के तेवर अब तक ठंडे नहीं हुए हैं। गुरुवार को उनसे मिलने पहुंचे कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल को तब बड़ा झटका लगा जब मांझी ने उनसे दो टूक कह दिया कि कॉर्डिनेशन कमिटी बनाए बगैर आगे कोई बात संभव नहीं है।
आरजेडी नहीं है तैयार
जीतनराम मांझी महागठबंधन में कॉर्डिनेशन कमिटी की मांग करते रहे हैं। कई बार उन्होंने अल्टीमेटम तक दिया। मांझी का कहना है कि समन्वय समिति महागठबंधन के नेता , मुख्यमंत्री चेहरा से लेकर सीट शेयरिंग तक तमाम बड़े फैसले करे। दूसरी ओर महागठबंधन का सबसे बड़ा घटक दल राष्ट्रीय जनता दल इससे मुंह फेर रहा है। आरजेडी के अनुसार तेजस्वी यादव महागठबंधन के मुख्यमंत्री चेहरा हैं। क्योंकि महागठबंधन के अंदर सबसे बड़ी पार्टी आरजेडी ही है।
अपने स्टैंड पर अड़े है मांझी
आपको बता दें कि कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल पिछले दो दिनों से पटना में हैं। पार्टी की बैठकों के बाद बुधवार को उन्होंने राबड़ी देवी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मुलाकात की थी। गुरुवार को वे गठबंधन के सहयोगी जीतन राम मांझी से मिलने उनके आवास पर पहुंचे। चाय पीने के इरादे से मांझी के घर गए गोहिल का मांझी ने स्वागत तो जरूर किया, किंतु यह भी कहा कि उनकी बार-बार की मांग के बाद भी कॉर्डिनेशन कमिटी का नहीं बनना संकेत हैं कि महागठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं।
गोहिल से भी नहीं बनी बात
शक्ति सिंह गोहिल ने नाराज मांझी के दुख पर मरहम लगाने की भरसक कोशिश की, लेकिन मांझी बातचीत के लिए राजी नहीं हुए। उन्होंने दो-टूक कहा कि जब तक समन्वय समिति का गठन नहीं होगा, वे किसी भी मुद्दे पर बात को तैयार नहीं।