DESK: महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में एक बड़ा हादसा हो गया है. मुंबई में कोविड अस्पताल में आग लगने से अब तक करीब 10 लोगों की मौत हो चुकी है. आग मुंबई के भांडुप इलाके में ड्रीम मॉल में देर रात करीब 12 बजे लगी थी. हैरानी की बात तो यह है कि इस ड्रीम मॉल में ही तीसरी मंजिल पर सनराइज अस्पताल बना था जहां आग लग गई थी.
इस बड़े हादसे की खबर मिलते ही अफरातफरी मच गई. तत्काल ही दमकल की टीम सहित मुंबई पुलिस और मुंबई की मेयर भी घटनास्थल पर पहुंच गई. जब यह हादसा हुआ तब अस्पताल में करीब 76 कोरोना संक्रमित इलाज के लिए भर्ती थे, इनमें से सात की हालत काफी गंभीर थी. सभी को आनन-फानन में दूसरे अस्पताल में एडमिट कराया गया.
दरअसल मॉल की तीसरी मंजिल पर यह अस्पताल चल रहा था जिसमें आग लग गई. इस घटना पर मुंबई की मेयर किशोरी पेडणेकर ने हैरानी जताते हुए कहा कि ‘यह पहली बार है जब मैंने किसी मॉल में अस्पताल को देखा है. यह बहुत ही गंभीर स्थिति है और इस घटना के पूरे कारणों की तह तक जांच की जाएगी. इस अस्पताल के परमिशन की भी जांच की जाएगी’.
बता दें कि यह आग काफी भयावह थी जिसपर अबतक काबू नहीं पाया जा सका है. आग लगे 12 घंटे से ज्यादा हो चुके हैं मगर असपताल अब भी दहक रहा है. इस पूरे प्रकरण पर महाराष्ट्र बीजेपी का कहना है कि यहां कोविड अस्पताल बनाने के लिए एनओसी नहीं ली गई थी. वहीं डीसीपी प्रशांत कदम के अनुसार करीब 22 दमकल कर्मी अस्पताल में पहुंचे जिन्होंने तुरंत मोर्चा संभाल लिया और आग बुझाने की कवायद शुरू की. वहीं मरीजों को मुलुंड जंबो सेंटर और फोर्टिस अस्पताल में शिफ्ट किया गया है. इस मामले में बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने घटना में जांच का आदेश दिया है, साथ ही मुंबई के संरक्षक मंत्री असलम शेख ने पुष्टि की कि अस्पताल और मॉल में आग से सुरक्षा के उपायों की कमी थी, जिम्मेदार पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.