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देश को हिंसा में झोंकने की साजिश कर रहे थे सामाजिक कार्यकर्ता, सबूतों के आधार पर गिरफ्तारी...

देश को हिंसा में झोंकने की साजिश कर रहे थे सामाजिक कार्यकर्ता, सबूतों के आधार पर गिरफ्तारी...

DELHI :  महाराष्ट्र पुलिस ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में कहा कि अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार किए पांच सामाजिक कार्यकर्ताओं को उनकी असहमति के नजरिये की वजह से गिरफ्तार नहीं किया गया है। पुलिस ने बताया है कि देश को हिंसा में झोंकने की साजिश सामाजिक कार्यकर्ता कर रहे थे, ठोस सबूतों के आधार पर उनकी गिरफ्तारी हुई है।

पुणे पुलिस ने मामले पर जवाब दाखिल कर गिरफ्तारी को सही ठहराया है। पुलिस ने कहा है कि गिरफ्तार लोगों के पक्ष में याचिका दाखिल करने वाले लोग सिर्फ अपनी धारणा का हवाला दे रहे हैं। उन लोगों की धारणा है कि गिरफ्तार लोग 'सामाजिक कार्यकर्ता' हैं। वो देश के खिलाफ साजिश नहीं कर सकते। लेकिन पुलिस की कार्रवाई किसी धारणा पर नहीं, ठोस सबूतों पर आधारित है।

पुलिस ने बताया है कि ये लोग प्रतिबंधित कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माओवादी) के सक्रिय सदस्य हैं। नक्सल गतिविधियों के लिए लोगों को भर्ती करने, पैसे और हथियार जुटाने जैसी गतिविधियों में शामिल हैं। पहले गिरफ्तार हो चुके रोना विल्सन, सुरेंद्र गडलिंग जैसे लोगों के पास से मिली लैपटॉप, पेन ड्राइव जैसी सामग्री की जांच से पता चला है कि देश में बड़े पैमाने पर हिंसा और अराजकता फैलाने की साज़िश चल रही थी। ये सब लोग उस साज़िश के अहम किरदार हैं।

महाराष्ट्र पुलिस ने सीलबंद लिफाफे में सबूत कोर्ट को सौंपे हैं। आग्रह किया है कि उन्हें देखने के बाद कोर्ट फैसला ले। गुरुवार को इस मामले में आगे की सुनवाई होगी। पुलिस ने आरोपियों के पूछताछ के लिए सुप्रीम कोर्ट से फिर एक बार उनकी कस्टडी की मांग की है। साथ ही आशंका भी जताई है कि आरोपी सबूत नष्ट कर सकते हैं। पुलिस ने कोर्ट ने सील बंद लिफाफे में सबूत भी पेश किए हैं। 

क्या है मामला

गौरतलब है कि 1 जनवरी 2018 को महाराष्ट्र के भीमा कोरेगांव में बड़े पैमाने पर फैली जातीय हिंसा मामले की जांच के दौरान पुणे पुलिस ने पाया कि घटना देश में अस्थिरता फैलाने की बड़ी माओवादी साज़िश का हिस्सा है। जांच के दौरान गिरफ्तार कुछ लोगों के पास से मिले सबूतों के आधार पर 28 अगस्त को 5 सामाजिक कार्यकर्ताओं गौतम नवलखा, सुधा भारद्वाज, वरनॉन गोंजाल्विस, वरवरा राव और अरुण परेरा को देश के अलग-अलग शहरों से गिरफ्तार किया गया।


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