PATNA : बिहार के स्कूलों में मैथिली भाषा पढाई जाए. इसके लिए कांग्रेसी एमएलसी प्रेमचंद मिश्रा की ओर से विधान परिषद् में गैर सरकारी संकल्प लाया गया था. जिसे सरकार की ओर से वापस लेने को कहा गया. जब एमएलसी ने उसे वापस लेने से इंकार कर दिया तो उस पर वोटिंग करायी गयी. इसके बाद प्रेमचंद मिश्रा नाराज हो गए. उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद इसका समर्थन किया था.
लेकिन आज मुकर गए. उन्होंने कहा की सरकार पहले तो मैथिली भाषा को आदर देने की बात कहती है. वहीं दूसरी ओर सदन में मैथिली भाषा के विरोध में वोटिंग कराया जाता है. प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा है कि वह इस लड़ाई को जारी रखेंगे और मिथिलांचल में जाकर वहां के लोगों को इससे अवगत कराएंगे.
साथ ही कहा कि सरकार की दोहरी नीति लोगों को बताएंगे. उन्होंने यहाँ वोटिंग की सरकार की मैथिल विरोधी मानसिकता को दिखाता है. वहीं उन्होंने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के बयान को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि उन्हें आम जनता के बारे में सोचना चाहिए. जबकि वह इस प्रकार के बयान दे रहे हैं. धर्मेंद्र प्रधान ने कहा था कि ठंड की वजह से रसोई गैस की कीमतों में इजाफा हो रहा है.
पटना से वंदना शर्मा की रिपोर्ट