DESK : रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर भले ही विपक्ष के नेताओं ने अयोध्या जाने से इनकार कर दिया हो,लेकिन यह नेता अपने शहर के मंदिर में जरूर पहुंचे। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने तो आज कोलकात्ता में सर्वधर्म सद्भाव रैली निकाली. हाजरा मोड़ से शुरू हुई इस सर्वधर्म सद्भाव रैली में सभी धर्म के लोग शामिल हुए
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद कोलकाता में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार (22 जनवरी) को सर्वधर्म सद्भाव रैली निकाली. हाजरा मोड़ से शुरू हुई इस सर्वधर्म सद्भाव रैली में सभी धर्म के लोग शामिल हुए हैं। तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने पार्टी चीफ ममता बनर्जी के नेतृत्व में निकाली गई रैली को लेकर कहा कि इसमें हजारों लोग शामिल हुए हैं. धर्मनिरेपक्षता हमारे देश को जोड़ती है।
राम मंदिर उद्घाटन को बताया था चुनावी हथकंडा
ममता बनर्जी ने रैली से पहले कालीघाट मंदिर में पूजा अर्चना की थीं। उन्होंने हाल ही में राम मंदिर के उद्घाटन समारोह को लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी का चुनावी हथकंडा बताते हुए कहा था कि नौटंकी की जा रही है।
सभी विपक्षी नेताओं ने किया प्राण प्रतिष्ठा का बहिष्कार
इस आयोजन के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी समेत विपक्षी पार्टियों के कई नेताओं को भी निमंत्रण भेजा गया था।
विपक्ष के नेताओं ने इसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का पॉलिटिकल इवेंट बताते हुए आयोजन से दूरी बना ली है
कांग्रेस पार्टी ने बयान जारी कहा था कि बीजेपी इसका इस्तेमाल चुनावी फायदे के लिए कर रही है। वहीं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के चीफ शरद पवार ने कहा था कि वो समारोह के बाद अयोध्या जाएंगे।