PATNA – यह हक़ीकत है कि जीतन राम मांझी नीतीश कुमार की कृपा से मुख्यमंत्री बने लेकिन एक सच यह भी है कि नीतीश के साथ सियासी दांवपेंच खेलकर ही मांझी सियासत के अच्छे खेवनहार बन गए. आज हालात ऐसे हैं कि मांझी नीतीश कुमार को 2019 के लिए सियासी मंत्र दे रहे हैं.
जीतनराम मांझी का आरोप पत्र
एनडीए को अलविदा
कहने के बाद जीतन राम मांझी आज
पहली बार भाजपा पर सबसे ज्यादा आक्रामक दिखे. मोदी सरकार के चार साल पूरे होने पर
उनकी पार्टी HAM ने आज एक आरोप – पत्र
जारी किया. मांझी ने मोदी सरकार की खामियों को उजागर करते हुए उसकी नीतियों को
जनहित विरोधी करार दिया. आदर्श ग्राम योजना, नोटबंदी, एससी – एसटी एक्ट सहित अन्य
मुद्दों पर मोदी सरकार को जमकर कोसा.
नीतीश को दिया THREAT
पॉलिटिक्स का मंत्र
बिहार को विशेष
दर्जा नहीं मिलने पर भी जीतन राम मांझी ने
नाराजगी जताई. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सीधा आरोप लगाया कि वह भाजपा के डर से
विशेष दर्जे की मांग छोड़ चुके हैं. मांझी ने नीतीश कुमार को सलाह दी है कि वह
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को थ्रेट करें तभी बिहार को हक मिलेगा. मांझी ने अपने
शब्दों में नीतीश कुमार को दबाव कि राजनीति का पाठ पढ़ा दिया. HAM अध्यक्ष ने कहा कि बिहार का काम चॉकलेट से
नहीं चलने वाला, केवल विशेष दर्जे से ही राज्य का भला हो सकता है. इसके लिए
उन्होंने नीतीश कुमार को विधानसभा भंग कर चुनाव कराने तक की सलाह दे डाली.
2019 के लिए कसी
कमर
जीतनराम मांझी ने एलान किया कि महागठबंधन 2019 के चुनावों के लिए तैयार है. मांझी ने कहा कि सीट शेयरिंग के मुद्दे पर लालू प्रसाद के स्वस्थ होते ही सभी घटक दल मिल बैठकर बातचीत कर लेंगे.