PATNA
: पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विकास नीति पर
कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा कि बिहार में अनगिनत समस्याएं हैं लेकिन नीतीश कुमार
इस पर ध्यान देने की बजाय विकास पुरुष होने का दिखावा कर रहे हैं। बिहार में
गरीबों को अनाज नहीं मिल रहा, नौजवानों को रोजगार नहीं मिल रहा है लेकिन नीतीश
कुमार सभ्यता द्वार बनावा रहे हैं। सभ्यता द्वार बनाने में पांच करोड़ रुपये खर्च
हुए हैं। मांझी ने एक बड़ा कटाक्ष किया और कहा कि नीतीश चाहें तो याद में तामहल भी
बनवा दें। नीतीश विकास पुरुष बनने की चाहत में अपना ध्यान केवल पटना पर केन्द्रित
कर रखा है।
जीतनराम मांझी ने कहा कि पटना में संग्रहालय, बुद्ध स्मृति
पार्क ,सभ्यता द्वार बनाने
से जनता का क्या भला होगा ? यह तो पैसे की बर्बादी है। जीतन राम मांझी
ने बुधवार को प्रेस वार्ता के दौरान ये बातें कहीं।
जीतन राम मांझी जब से महागठबंधन का हिस्सा बने हैं तब से वे
नीतीश कुमार पर कुछ ज्यादा ही हमलावर हो गये हैं। वे नीतीश कुमार की नीति और नीयत
पर सवाल उठाते रहे हैं। सोमवार को ही नीतीश कुमार ने बगहा में एक बड़ा था कि अब
2021 की जनगणना के बाद एसटी-एससी के आरक्षण का प्रतिशत बढ़ेगा। नीतीश कुमार के इस बयान से दलित राजनीति के
बड़े नेताओं में खलबली है। राजनीतिक हलकों में यह माना जा रहा है नीतीश कुमार ने
एक बड़े वोट बैंक को प्रभावित करने के लिए ये बात कही है। इस घटनाक्रम के बाद अब
जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार पर सियासी हमला बोला है।