कटिहार: कटिहार के सातों विधानसभा में इस बार प्राणपुर विधानसभा को हॉट सीट कहा जा सकता है। पिछले बार कांटे की टक्कर वाली इस सीट से इस बार भाजपा ने बिहार सरकार के मंत्री विनोद सिंह की निधन के बाद उनकी धर्मपत्नी निशा सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है. चुनाव ऐलान के बाद अचानक ब्रेन हैमरेज के कारण मंत्री विनोद सिंह का निधन हो गया. जिसके बाद एनडीए गठबंधन ने निशा सिंह पर भरोसा जताते हुए उन्हें चुनाव लड़वाने का फैसला करते हुए इसी सीट से चुनावी मैदान में उतारा है।
वही इस बार भी महागठबंधन ने फिर से तौकीर आलम पर भी भड़ोसा जताते हुए उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतारा हैं, जबकि पिछले बार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ चुके इशरत परवीन
इस बार पहले तो कांग्रेस के दिग्गज नेता तारीक अनवर के नजदीकी होने का लाभ लेते हुए कांग्रेस के टिकट के लिए हाथ आजमाया लेकिन जब टिकट हाथ नही लगा तो निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में हैं। पिछली बार विनोद सिंह से इशरत परवीन 8101 मत से विजय हासिल किया था, जबकि तीसरे नंबर पर रहने वाले तौकीर आलम दूसरे नंबर पर रहने वाली इशरत परवीन से महज 170 वोट से पीछे रह गये थे.
इस बार मंत्री विनोद सिंह की पत्नी निशा सिंह को इस सीट से चुनाव लड़ने पर इमोशनल फैक्टर के सवाल पर कांग्रेस प्रत्याशी तौकीर आलम इसे नकारते हुए विकास के वायदे पर जीत का दावा कर रहे हैं। वही इशरत परवीन भी लगातार क्षेत्र में सक्रिय है, जबकि भाजपा प्रत्याशी के रूप में निशा सिंह अपने पति द्वारा क्षेत्र में किए गए विकास को आगे बढ़ाने के नाम पर लोगों से वोट मांग रही हैं। अब देखना है कटिहार के हॉट सीट कहे जाने वाले प्राणपुर विधानसभा के 2 लाख 67 हज़ार 178 मतदाता इस त्रिकोणीय लड़ाई में किसे प्राणपुर का प्राण के रूप में चुनते है।