बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

मेयर का मर्डरः समर्थकों में आक्रोश, देर रात तक बनी रही तनाव की स्थिति, चिराग पासवान के करीबी थे शिवराज

मेयर का मर्डरः समर्थकों में आक्रोश, देर रात तक बनी रही तनाव की स्थिति, चिराग पासवान के करीबी थे शिवराज

KATIHAR: बिहार में अब खास और ओहदेदार व्यक्ति भी सुरक्षित नहीं है। यह बात गुरूवार देर शाम साबित भी हो गई। बिहार के उप मुख्यमंत्री का गृह जिले में किसी आम शख्स की नहीं, बल्कि सीधे सीधे मेयर को बीच सड़क पर ताबड़तोड़ गोलियां मारी जाती हैं और अपराधी फरार हो जाते हैं। इस सनसनीखेज वारदात से केवल कटिहार ही नहीं, पूरे बिहार सदमे में है। जिले के महापौर शिवराज पासवान को रात करीब 9 बजे गोली मार दी गई, और अस्पताल ले जाने के क्रम में उन्होनें दम तोड़ दिया। इस घटना के बाद से शहर में तनाव की स्थिति बनी हुई है।

घटना का बारे में बताया जा रहा है कि मेयर शिवराज पासवान अपने घर ड्राइवर टोला से बाइक से निकले और बाइक से संतोषी मंदिर जा रहे थे। इस दौरान उन्होनें बॉडीगार्ड को भी साथ नहीं लिया था। यही गलती उनके लिए जानलेवा बन गई और मंदिर के पास घात लगाए बदमाशों ने उन्हें निशाना बनाकर ताबड़तोड़ फायरिंग की। जिसमें से 3 गोली उनके सीने में लग गई और वह अचेत होकर वहीं गिर गए। फायरिंग होते ही इलाके में हड़कंप मच गया। आननफानन में स्थानीय लोगों और समर्थकों की भीड़ वहां जुट गई और उन्हें कटिहार मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। मगर तबतक काफी वक्त बीत गया, और अस्पताल ले जाने के क्रम में ही उन्होनें दम तोड़ दिया।


बताते चलें हाल के दिनों में युवा नेता के रूप में शिवराज पासवान का तेजी से राजनीति ग्राफ बढ़ रहा था। साथ ही वह लोजपा नेता चिराग पासवान के करीबी और खास भी बनते जा रहे थे। कटिहार में आशीर्वाद यात्रा के दौरान चिराग ने उनसे निजी तौर पर मुलाकात की थी। पूर्व महापौर बिजय सिंह बरारी विधयाक के रूप में चुने जाने के बाद इसी साल 24 मार्च को शिव राज पासवान मेयर बने थे। लगभग 15 साल से वार्ड पार्षद रहे शिवराज अपने मिलानसार स्वभाव के कारण काफी लोकप्रिय थे। अब घटना के पीछे की क्या वजह है, इस पर पुलिस कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं है। वहीं देर रात तक नगर थाना में जिलाधिकारी ने खुद कैंप करते हुए पीड़ित परिवारों को समझा-बुझाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं अस्पताल और उनके आवास के बाहर भी बड़ी संख्या में समर्थकों का हुजूम नजर आया और सभी गमगीन थे। 

इस मामले में जिलाधिकारी उदयन मिश्रा ने कहा कि उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर यह कटिहार के लिए बेहद दुखद घटना है। मृतक के भाई के बयान पर कई लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है। जिसमें कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। 3 से 4 दिनों में हतयाकांड का खुलासा हो जाएगा और अपराधी सलाखों के पीछे होंगे। वहीं डीएम का कहना था शिवराज पासवान ने अपने बॉडीगार्ड को घर भेज दिया था। उसके बाद उन्हें एक कॉल आया औऱ वह जल्दी में बाहर निकल गए। वहीं सदर एसडीपीओ अमरकांत झा ने बताया कि हत्या के कारणों का अभी तक स्पष्ट पता नहीं चल पाया है। शिवराज की हत्या की सूचना मिलते ही मेडिकल कॉलेज में समर्थकों और उनके जानने वालों की भीड़ जुट गई। शिवराज पासवान उर्फ शिवा पासवान जमीन की खरीद बिक्री भी किया करते थे। पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है।

Suggested News