डेस्क... बिहार विधानसभा चुनाव में इस वर्ष सबसे अधिक बड़ा मुद्दा रोजगार था और इसको लेकर विपक्ष अब तक सत्ता पक्ष पर हमलावार बनी हुई है। वहीं एनडीए की सरकार आते ही बैठकों में 20 लाख युवाओं को रोजगार मुहैया कराने में पूरी तरह से जुट गई है। इसके बाद नीतीश की कैबिनेट एक के बाद एक ताबड़तोड़ फैसले और योजना बनाने में भी लगी हुई है। जहां मुख्यमंत्री ने अब युवाओं को रोजगार देने के लिए एक कदम और आगे बढ़ाते हुए जल्द ही मेगा स्किल सेंटर खोलने का निर्णय लिया है। बिहार में बड़ी संख्या में रोजगार पाने के लिए नए कौशल का प्रशिक्षण लेकर अधिक से अधिक युवा रोजगार प्राप्त कर सकेंगे।
सीएम ने निर्देश दिया कि कुशल युवा केंद्रों और डीआरसीसी पर भी अन्य कामों के तकनीकी प्रशिक्षण की व्यवस्था करवाने के लिए आंकलन कराएं। पॉलिटेक्निक में सेंटर ऑफ एक्सिलेंस बनाएं। हर विभाग से संबंधित नई तकनीक को भी बच्चों को बढ़ाएं। मुख्यमंत्री मंगलवार ने एक अणे मार्ग स्थित संकल्प सभाकक्ष में श्रम संसाधन और विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग की समीक्षा बैठक कर रहे थे। समीक्षा के दौरान उन्होंने आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय पार्ट-2 के तहत दोनों विभागों से कार्यान्वित होने वाली योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पॉलिटेक्निक में नए विकसित तकनीक को लेकर एक टीम बनाएं, जो नॉलेज के अपग्रेडेशन से अवगत रहे। शिक्षक नई टेक्नोलॉजी के प्रति अपडेट रहें। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी विकास के कई काम किए गए हैं।
इन कामों के मेंटेनेंस की भी ट्रेनिंग करवाएं। बिहार में युवाओं के लिए कई कार्यक्रम चलाए गए हैं। युवाओं को रोजगार में मदद दिलाने के लिए स्वयं सहायता भत्ता योजना, कंप्यूटर, संवाद कौशल और व्यवहार कौशल का प्रशिक्षण दिया गया है।