GAYA : बिहार सरकार प्रदेश के गरीब और असहाय लोगों के लिए एक से बढ़कर एक योजना चला रही है. लेकिन योजना से मिलने वाला लाभ गरीब असहाय लोगों को नहीं मिल रहा है. बल्कि इस योजना से कालाबाजारी के माध्यम से दूसरे लोगो का धंधा फल-फूल रहा है. ऐसा ही एक मामला गया जिले के मोहनपुर प्रखंड में देखने को मिला. मामले का खुलासा उस समय हुआ जब बीते 20 सितंबर को गया जिला परिषद उपाध्यक्ष राजेश कुमार दो जन वितरण प्रणाली दुकानदारों के यहां जांच करने पहुंचे.
जांच के दौरान पता चला कि मोहनपुर के खाद्य गोदाम से डीलर रामनरेश सिंह के नाम से 19 सितंबर को गरीबों के बीच बांटने वाला अनाज का उठाव कर लिया गया है. लेकिन वह डीलर के पास नहीं पहुंचा है. इस संबंध में जिला परिषद उपाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि मेरे द्वारा जांच किया गया और जांच में इस मामले का खुलासा हुआ. अब पता नहीं चल रहा है कि आखिर अनाज गया तो कहां गया. उन्होंने कहा कि गोदाम से माल उठाकर बीच में बिचौलियों के माध्यम से अनाज का बिक्री कर दिया जा रहा है.
इस मामले में एमओ, एजीएम सहित कई अधिकारियो पर भी उन्होंने आरोप लगाया है कि इन लोगों को मिली भगत से ही यह कालाबाजारी का धंधा फल-फूल रहा है. वही इस संबंध में डीलर रामनरेश सिंह को जानकारी मिली तो आश्चर्यचकित होते हुए उन्होंने कहा कि गोदाम से 19 सितंबर को ही मेरे नाम से अनाज उठ गया है. लेकिन 21 सितंबर तक मेरे पास नहीं पहुंचा तो आखिर अनाज का क्या हुआ. उन्होंने भी कहा कि यह जांच का विषय है.
गया से मनोज कुमार की रिपोर्ट