MOTIHARI : पहाड़पुर थाना क्षेत्र के एक क्वारेंटाइन सेंटर प्रबंधन व प्रशासन की लापरवाही के कारण एक प्रवासी मजदूर के इलाज में बिलंब होने से रास्ते मे ही उसकी मौत हो गई. प्रवासी मजदूर के परिवार का आरोप है कि शनिवार देर रात्रि से ही प्रवासी मजदूर की तबियत खराब थी. सुबह 6 बजे परिजनों को सूचना मिली. सूचना मिलने के बाद से परिजन लगातार पहाड़पुर प्रशासन से इलाज कराने के लिए गुहार लगाते रहे. लेकिन प्रशासन की ओर से कोई सुधि नही लिया गया. परिजन थक हार कर स्थानीय विधायक को सूचना दिए तो मजदूर को साढ़े 11 बजे प्राइवेट गाड़ी से सदर अस्पताल भेजा गया. जहा गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टर ने मुजफ्फरपुर रेफर कर दिया. मुजफ्फरपुर जाने के रास्ते में ही उसकी मौत हो गई.
बताया जा रहा है की प्रवासी मजदूर के सूरत से आने के बाद 28 मई को पहाड़पुर के मलदहिया क्वारेंटाइन सेंटर पर क्वारेटिन किया गया था. शनिवार देर रात से अचानक तबियत ख़राब हो गई. रविवार सुबह 6 बजे उसके भाई ने जब बेहतर इलाज के लिए उसको वहाँ से ले चलने को कहा. लेकिन छह घंटा बीतने के बाद भी सुधि नहीं लिया गया.
परिजनों का आरोप है कि पहाड़पुर अंचलाधिकारी को फ़ोन कर इसकी सूचना दी गई. लेकिन समय रहते इलाज में कोई दिलचस्पी नही दिखायी गयी. बाद में कुछ समाजसेवी लोगो के द्वारा ये बात विधायक राजू तिवारी को बताई गई. तब जाकर उसको इलाज के लिए छोड़ा गया. हालाँकि तब तक काफी देर हो चुकी थी. घर वालो का आरोप है की अगर क्वारेंटाइन सेंटर पर सही समय पर इलाज के लिए भेजा गया होता तो जान बच जाती.
पहाड़पुर सीओ ने बताया कि सूचना मिलने पर अस्पताल प्रबंधन को इलाज के लिए सूचना की गई थी. वही अरेराज एसडीओ धीरेन्द्र कुमार मिश्र ने बताया कि प्रवासी मजदूर के पहले से ही लिवर की गड़बड़ी व बीपी का मरीज होने की बात आ रही है. मृतक प्रवासी मजदूर का जांच के लिए सैम्पल लेकर पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. जांच किया जाएगा. अगर किसी की भी लापरवाही होगी तो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.
मोतिहारी से हिमांशु की रिपोर्ट