बाहरी राज्यों से चालान के साथ निकली माइनिंग की ट्रकें बिहार में इंट्री करते ही हो जाती है अवैध, जांच के नाम पर होती लाखों की वसूली

NAUAGCHHIA  : ट्रक ऑनर एसोसिएशन ने नवगछिया के हॉटल राज इन मे एक प्रेस वार्ता करते हुए खुलासा किया है कि अब भागलपुर जिला पुलिस ऑनलाइन घूसखोरी कर रही है. पहले पुलिस बलों द्वारा ट्रक को रोका जाता है, फिर कुछ न कुछ कमी निकाल कर माइनिंग विभाग और परिवहन विभाग को बुला लेने की धमकी दी जाती है. परिवहन विभाग का जुर्माना 70,000 रुपये से नीचे होता है जबकि माइनिंग विभाग का जुर्माना लाखों में होता है. 

आरोप है कि ऐसी स्थिति में पुलिस कर्मी ट्रक चालकों को भयभीत करते हैं. और 40 से 50 हजार रुपये का दोहन ऑन लाइन पेमेंट करवा कर करती है. प्रेस वार्ता में बताया गया कि ऑन लाइन पेमेंट पुलिसकर्मियों द्वारा किसी दूसरे के खाते में भेजने कहा जाता है. जब पेमेंट कन्फर्म किया जाता है तो ट्रक को पास किया जाता है. ट्रक ऑनर एसोसिएशन के सदस्यों ने कहा कि वे जो भी जानकारी पत्रकारों के साथ साझा कर रहे हैं, वह जिम्मेदारी पूर्वक कह रहे हैं. उनलोगों के पास इस तरह के कई साक्ष्य हैं. हालांकि एसोशिएशन ने नवगछिया पुलिस को क्लीनचिट देते हुए कहा कि नवगछिया के एसपी के पहल पर यहां ट्रक चालकों पर किसी भी प्रकार की गैरकानूनी कार्रवाई नहीं की जाती है. ट्रक चालकों ने कहा कि गंगा पार भागलपुर में नौ थाना क्षेत्र में अक्सर ट्रक चालक और मालिक का शोषण और दोहन किया जाता है. 

माइनिंग चालान हो जाता है फेल, बेवजह शोषित होते हैं ट्रक चालक

ट्रक ऑनर एशोसिएशन ने कहा कि बिहार का अपना कोई माइनिंग साइट नहीं है. ऐसे में उनलोगों को झारखंड में जहां से माइनिंग चालान मिलता है, वहां से बिहार की सीमा में आने में माइनिंग चलान की अवधि समाप्त हो जाती है. ऐसी स्थिति में भी उनलोगों को जुर्माना भरना पड़ता है. एसोसिएशन के सदस्यों ने बताया कि नई माइनिंग पॉलिसी में सात लाख जुर्माना तक का प्रावधान किया गया है. ऐसी स्थिति में अक्सर ट्रक मालिकों को भारी भरकम जुर्माना वसूला करना पड़ता है. एसोसिएशन ने मांग करते हुए कहा है कि जब बिहार का कोई माइनिंग साइट नहीं है तो यहां पर सीमा में प्रवेश करने से पहले वाहन चालकों को नया चलान देने की व्यवस्था सुनिश्चित करना चाहिये. जिससे ट्रक मालिकों के अवैध शोषण न हो. 


अन्य मांगों से भी कराया गया अवगत

ट्रक ऑनर एसोसिएशन के प्रमंडलीय अध्यक्ष दीपनारायण सिंह दीपक ने कहा कि एक तरफ ट्रक चालक पुलिस से परेशान हैं तो दूसरी तरफ फाइनेंस कंपनी के नाम पर गुंडे भी ट्रक चालकों को परेशान करते हैं. श्री दीपक ने कहा कि अवैध बालु खनन में शामिल लोगों पर हो कार्रवाई होनी चाहिये. भागलपुर जिला के सजौर थाना झेत्र मे खुलेआम अवैध बालु का खनन किया जाता है. अमडंडा थाना में भी अबैध बालु लोडिंग का कारोबार हो रहा है, जिसका एसोसिएशन खुले स्वर से विरोध करता है. 

 एसोसिएशन ने की यह मांग

श्री दीपक ने अपने मांगों से अवगत कराते हुए कहा कि विक्रमशिला सेतु पर ओवरटेक के नाम पर अंडरलोड और खाली ट्रकों से भी अवैध वसूली बंद हो. सड़क पर जानवरों से, भूसा लदे ट्रैक्टरों से, बैल गाड़ियों, टोटो, टमटम या अन्य छोटे वाहनों से भी आगे निकलने पर जुर्माना लिया जाता है, जो बंद होना चाहिये. वाह चेकिंग के नाम पर बेवजह रोक देना बंद किया जाय, जब भी वाहन चेकिंग हो परिवहन और माइनिंग विभाग के पदाधिकारियों की मौजूदगी में हो, चालकों पर पुलिस बात बात पर डंडा बरसाती है, इस तरह का मनबढू वाला रवैया पुलिस बंद करे. 

मिलेंगे भागलपुर के एसपी से

अध्यक्ष दीपनारायण सिंह दीपक ने कहा कि वे लोग जल्द ही अपने मुद्दों को लेकर भागलपुर के एसपी समेत सभी वरीय2 पुलिस पदाधिकारियों से मिलेंगे और निदान की मांग करेंगे. अगर निदान नहीं निकला तो वे लोग पहले चरण में प्रदेश अध्यक्ष भानुशेखर सिंह के नेतृत्व में भागलपुर और नवगछिया जीरो माइल में धरना देंगे और फिर भी बात नहीं बनी तो कुल 18 जिले के ट्रक मालिक चक्का जाम और कई तरह के धारदार आंदोलन एसोसिएशन द्वारा किया जाएगा. इस अवसर पर प्रमंडलीय अध्यक्ष दीपनारायण सिंह दीपक, वरीय उपाध्यक्ष राजप्रसाद यादव, सचिव आलोक कुमार, उपाध्यक्ष राजीव कुमार, मुकेश कुमार यादव, कोषाध्यक्ष राजेश यादव, पीरपैंती अध्यक्ष बबलू यादव, सुदर्शन सिंह, कहलगांव अध्यक्ष प्रतिनिधि गुड्डू बाबू, धनंजय सिंह, धर्मेंद्र कुमार मेहता, दरोगी यादव, राजीव कुमार, नवगछिया के उपप्रमुख गौतम कुमार, अरविंद मंडल, उपेंद्र मंडल, पुष्कर सिंह भी मौजूद थे