बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

तेजप्रताप की जान को खतरा नहीं, राजद में बंटवारा तय- मंत्री प्रमोद कुमार, कहा- बीजेपी में कोई भी आ सकता है

तेजप्रताप की जान को खतरा नहीं, राजद में बंटवारा तय- मंत्री प्रमोद कुमार, कहा- बीजेपी में कोई भी आ सकता है

पटना. राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की पार्टी में कार्रवाई के बाद राजद को लेकर राजनीति का पारा चढ़ा हुआ है. जदयू प्रवक्ता के बाद अब बिहार सरकार में मंत्री और बीजेपी के नेता प्रमोद कुमार ने भी राजद पर तंत कसा है. पत्रकारों से बात करते हुए प्रमोद कुमार ने कहा कि राजद में बंटवारा का समय आ गया है. राजद क्षेत्रीय पार्टी है. इस दौरान उन्होंने राजद पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जिस तरह गांव में दो भाइयों के बीच घरों के बंटवारा में थाली, लोटा और घर का कोना बंटाता है, उसी तरह राजद में भी बंटवारा हो रहा है.

 तेजप्रताप की जान का नहीं खतरा

तेजप्रताप यादव द्वारा अपने और अपने समर्थकों की जान का खतरा बताये जाने के सवाल पर प्रमोद कुमार ने कहा कि तेजप्रताप को कोई जान का खतरा नहीं है. उन्होंने कहा कि तेजप्रताप एमएलए हैं, उनके पास तीन बॉडीगार्ड हैं. साथ ही वह पूर्व मंत्री भी रह चुके हैं, तो एक गार्ड और भी है. साथ ही प्राइवट गार्ड भी है, तो ऐसे में खतरा नहीं हो सकता है.

पार्टी में खुला ऑफर

तेजप्रताप को बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर प्रमोद कुमार ने कहा कि बीजेपी विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है. यह समुंद्र है, इसमें सभी को आने का विकल्प हमेशा खुला रहता है. उन्होंने कहा कि इतने सारे लोग पार्टी में शामिल हुए हैं. सभी को पार्टी ने थोड़े सदस्यता दिलाई है. लोग स्वयं मोबाइल से बीजेपी की  सदस्यता ली है. कोई चाहे तो मोबाइल से सदस्यता ले सकते हैं. बीजेपी किसी को अस्वीकर नहीं करती है.

बात दें कि जगदानंद सिंह को तेजप्रताप यादव द्वारा हिटर कहे जाने पर राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह पार्टी से नाराज थे. इस कड़ी में उन्होंने राजद के कई अहम बैठमें में शामिल नहीं हुए. साथ ही उन्होंने 15 अगस्त को राजद प्रदेश कार्यालय में में झंडात्तोलन भी नहीं किया.

इस बीच जब वह 18 अगस्त को पार्टी राबडी़ देवी से मुलाकात करने पहुंची, तो उन्होंने पार्टी में पहुंचते ही सबसे पहले तेजप्रताप यदाव के समर्थक आकाश यादव पर कार्रवाई करते हुए उसे छात्र विंग के अध्यक्ष पद से हटा दिया. इसके बाद तेज प्रताप प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. साथ ही उन्होंने अपने भाई तेजस्वी यादव पर भी कई आरोप लगाये. इस दौरान तेजप्रताप ने अपने और अपने समर्थकों की जान का खतरा बताया था.


Suggested News