BHAGALPUR : दिल्ली के मध्य जिला नवीकरण थाने में 5 दिसंबर को 13 साल की नाबालिग बच्ची की गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया गया था। पिता नवी के द्वारा बच्ची की गुमशुदगी को लेकर लगातार तलाश भी कर रहे थे। वही थाने में भी मामला दर्ज करवाया गया था। जिसके बाद दिल्ली पुलिस जांच में जुटी और झारखंड के राधानगर उधवा से नाबालिक बच्ची को सलमान नामक युवक के साथ बरामद किया।
सलमान की गिरफ्तारी के बाद बच्ची ने भागलपुर स्टेशन पर जमकर हंगामा किया और वह अपने माता पिता के साथ नहीं जाकर सलमान के साथ जाना चाह रही थी। जिसके बाद रेल पुलिस सभी को थाने लेकर आई और समझा-बुझाकर बच्ची को मां पिता के हवाले किया। वही गिरफ्तार युवक को पुलिस दिल्ली लेकर चली गई है।
उधर भागलपुर पुलिस की बड़ी लापरवाही देर शाम देखने को मिली। जब एक 6 साल का बच्चा मनाली चौक पर स्थानीय एक जितेंद्र कुमार सिंह को मिला। जिसके बाद उन्होंने उससे पूछा कि कहां घर है। तब बच्चे ने बताया कि कुछ लोग उसे बोरे में बंद कर ले जा रहे थे। लेकिन स्पीड ब्रेकर में गाड़ी उठाने के कारण बोरा गिर गया और वह अपहरणकर्ताओं के चंगुल से भाग गया है। जिसके बाद जितेंद्र सिंह ने बच्चे को कचहरी चौक पर ट्रैफिक व्यवस्था में तैनात एसआई अरुण पासवान के हवाले किया। जिसके बाद ट्रैफिक एएसआई ने तिलकामांझी थाने को सूचना दी। वही बच्चा लगातार कह रहा था कि उसका अपहरण किया गया है।
लेकिन थाने से आई एएसआई ने गाड़ी से उतरने की भी जहमत नहीं उठाई और कहा कि बच्चा झूठ बोल रहा है और बच्चे को उसके माता-पिता के हवाले कर वहां से चलती बनी। वही बच्चे के द्वारा अपहरण किए जाने की बात कहीं जा रही थी। जिस पर पुलिस को जांच कर यह पता लगाने की जरूरत थी कि बच्चा सच बोल रहा है या झूठ। लेकिन तिलकामांझी थाने से आई ए एस आई के द्वारा कोई कार्यवाही नहीं करते हुए बच्चे को उनके माता-पिता लेकर चलते बने।
भागलपुर से बालमुकुन्द की रिपोर्ट