खगड़िया. जिले में सरकारी योजना का कैसे दुरुपयोग हो रहा है। इसकी एक बानगी सदर प्रखंड के दुर्गापुर में देखने को मिल रहा है। यहां भवनविहीन सरकारी विद्यालयों के लिए साढ़े तीन करोड़ लागत से बनी दुर्गापुर गांव स्थित मॉडल स्कूल धूल फांक रही है। स्कूल परिसर नशेड़ियों का अड्डा और तबेला बना हुआ है।
इस लायब्रेरी भवन में पुस्तक होनी चाहिए थी। वहां अनगिनत कोरेक्स का खाली बोतल पड़ा हुआ है। कमरे में मवेशियों का चारा पड़ा हुआ है।जबकि असमाजिक तत्वों ने स्कूल की खिड़की-किवाड़ को तोड़-फोड़ करके नुकसान पहुंचा दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि नशेड़ी रोजाना स्कूल में आकर नशा का सेवन करता है। स्कूल की हालत जर्जर हो गयी है, लेकिन प्रशासनिक अधिकारी बेखबर बना हुआ है।
ग्रामीणों का कहना है कि वर्ष 2015 में भवन बना, लेकिन आजतक एक भी दिन स्कूल में पढ़ाई नहीं हुई है। स्कूल को देखने वाला कोई नहीं है। बता दें कि वर्ष 2015 में दुर्गापुर में मॉडल स्कूल का निर्माण हुआ है। यह स्कूल ऐसे विद्यालय के लिए बनाया गया है, जिसे भवन नहीं हो।वैसे स्कूल के बच्चे और शिक्षक इस विद्यालय में आकर पठन-पाठन कर सकते हैं। स्कूल को दुर्गापुर राजकीय बुनियादी स्कूल को हैंडओवर भी किया गया है। बावजूद स्कूल नशेड़ियों का अड्डा बना है।