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23 साल बाद बदलेगा नियम : सड़क दुर्घटनाओं में अपने को खोनेवाले लोगों को मोदी सरकार ने लगाया मरहम, मुआवजे की राशि में किया आठ गुना बढ़ोतरी

23 साल बाद बदलेगा नियम : सड़क दुर्घटनाओं में अपने को खोनेवाले लोगों को मोदी सरकार ने लगाया मरहम, मुआवजे की राशि में किया आठ गुना बढ़ोतरी

DESK : देश में लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाएं व उनमें होनेवाली मौतों के कारण कई परिवार बुरी तरह से बिखर जाते हैं। इनके लिए सरकार की तरफ जो मुआवजा दिया जाता है. वह बेहद ही कम होता है। जिसे अब मोदी सरकार ने बदलने का फैसला किया है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने हिट एंड रन मामलों में पीडि़तों के स्वजनों को दिए जाने वाले मुआवजे में एक अप्रैल से आठ गुना वृद्धि करने जा रही है। अब तक यह राशि सिर्फ 25 हजार रुपए थी. जिसे अब बढ़ाकर दो लाख रुपए कर दी गई है। मंत्रालय के अनुसार आगामी एक अप्रैल से पूरे देश में यह व्यवस्था लागू कर दी जाएगी।

मंत्रालय ने जारी कर दिया है अधिसूचना

हिट एंड रन में मुआवजे में वृद्धि को लेकर जारी अधिसूचना के मुताबिक हिट एंड रन पीडि़तों के स्वजनों को दिए जाने वाले मुआवजे में एक अप्रैल से आठ गुना वृद्धि हो जाएगी। अभी तक यह धनराशि 25 हजार रुपये है जो बढ़कर दो लाख रुपये हो जाएगी। 25 फरवरी को जारी अधिसूचना के मुताबिक, हिट एंड रन मामलों में गंभीर रूप से जख्मी व्यक्ति को मिलने वाला मुआवजा भी 12,500 रुपये से बढ़कर 50 हजार रुपये हो जाएगा।

1989 की योजना की जगह किया जाएगा इसे लागू

इस योजना को 'कंपेंसेशन टू विक्टिम्स आफ हिट एंड रन मोटर एक्सीडेंट्स स्कीम, 2022' कहा जाएगा। मंत्रालय ने इस योजना का मसौदा दो अगस्त, 2021 को अधिसूचित किया था। नई योजना 1989 की पूर्व की योजना का स्थान लेगी।

मोटर वाहन दुर्घटना कोष होगी स्‍थापित

योजना के तहत, दावों के शीघ्र निपटारे के लिए मंत्रालय ने सड़क दुर्घटनाओं की विस्तृत जांच और टाइमलाइन समेत विभिन्न पक्षों के लिए उसकी रिपोर्टिग की प्रक्रिया (विस्तृत दुर्घटना रिपोर्ट) भी तय की है। सरकार मोटर वाहन दुर्घटना कोष की स्थापना भी करेगी जिसका इस्तेमाल हिट एंड रन दुर्घटनाओं के मामले में मुआवजा देने और घायलों को इलाज प्रदान करने में किया जाएगा।

इस कानून का सबसे ज्यादा फायदा बिहार को होगा। एक रिपोर्ट के अनुसार देश में सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं बिहार में होती हैं। जबकि यहां कई परिवार ऐसे हैं जिनके परिवार में किसी के निधन के बाद घर की हालत बेहद ही खराब हो जाती है। मुआवजा राशि में बढ़ोतरी से इन परिवारों के लिए जीवन बसर के लिए दो लाख में रोजगार की व्यवस्था हो सकती है। 


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