NOIDA : यूपी की योगी सरकार ने एक जिलाधिकारी के लिए सालों से चले आ रहे नियमों में संशोधन कर दिया और उन्हें एक साथ पांच वेतन वृद्धि की सौगात दी है। देश में ऐसा पहली बार हुआ है, जब एक आईएएस अधिकारी को एक साथ पांच वेतन वृद्धि मिली हो। इसके अलावा योगी सरकार की मेहरबानी यहीं पर नहीं थमी, उन्होंने उस जिलाधिकारी को चार करोड़ नगद देने की घोषणा भी की है।
यूपी सरकार ने जिस आईएएस अधिकारी के लिए यह कदम उठाया है, वह कोई और नहीं बल्कि गौतमबुद्ध नगर के डीएम सुहास अधिराज हैं। सुहास का नाम इस साल तब चर्चा में आया, जब उन्होंने टोक्यो में आयोजित पैरालंपिक गेम्स में शिरकत की और बैडमिंटन में सिल्वर मेडल जीतने में कामयाब हुए। वह देश के पहले ऐसे आईएएस अधिकारी हैं जिन्होंने पैरा ओलंपिक में बैंडमिंटन में रजत पदक जीता है। उन्हें अर्जुन पुरस्कार देने की घोषणा भी हो चुकी है।
शौक के साथ हमेशा जुड़े रहे
हिन्दुस्तान से हुई वार्ता में जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने कहा कि जो उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था, वह सम्मान उन्हें मिल रहा है। यह वर्ष 2021 उनके लिए यादगार बन गया है। इस साल में उन्हें उनके खेल ने वह सब कुछ दिया, जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। उन्हें पूरे देश से सम्मान मिला है। उन्होंने युवाओं से कहा कि वह अपने शौक को हमेशा जिंदा रखें और उसके लिए समय निकालें और कभी भी अपने आत्मविश्वास को खत्म ना होने दें। इससे आप इतिहास रच सकते हैं।
16 साल में कई जिलों में हुई पोस्टिंग
कर्नाटक के शिमोगा में जन्मे सुहास एलवाई जन्म से ही दिव्यांग हैं। उन्होंने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की। इसके बाद 2005 में उन्होंने सिविल सर्विस की परीक्षा दी और सफलता हासिल की। सिविल सेवा में उत्तर प्रदेश कैडर मिलने के बाद पहली पोस्टिंग आगरा में हुई। इसके बाद जौनपुर, सोनभद्र, आजमगढ़, हाथरस, महाराजगंज, प्रयागराज और गौतमबुद्धनगर के जिलाधिकारी बने।