PATNA : तीन महीने के बाद आज से बिहार की नदियों में फिर से ट्रकों की लंबी कतारें लगनी शुरू हो जाएगी। मानसून खत्म होने के बाद आज से नदियों में बालू खनन का काम शुरू हो जाएगा। फिलहाल, राजधानी पटना सहित 10 जिलों रोहतास, औरंगाबाद, जमुई, लखीसराय, भोजपुर, अरवल, गया, नवादा और बांका बालू खनन शुरू कर दिया जाएगा। दूसरे चरण में अन्य जिलों में भी बालू खनन की प्रक्रिया शुरू होगी। उसकी तैयारी भी चल रही है।
खनिज विभाग ने इस बार की है खास तैयारी
उधर, बालू के अवैध खनन, बिक्री और ढुलाई से राज्य सरकार को होने वाले राजस्व की हानि को रोकने को लेकर राज्य सरकार ने विशेष तैयारियां की हैं।नए प्रावधान और नयी व्यवस्था में पहली बार नये बंदोबस्तधारियों के माध्यम से बालू खनन किया जाएगा।
छोटे-छोटे कलस्टर बनाकर घाटों की नीलामी
दरअसल, सूबे में नई नीति के तहत नदी घाटों के छोटे-छोटे कलस्टर बनाकर उनकी नीलामी की गई है। अब उसी आधार पर नदियों से बालू निकाला जाएगा। खान एवं भूतत्व विभाग ने बालू खनन को लेकर व्यापक तैयारी की है। इसके तहत मुख्यालय से इसकी मानिटरिंग की भी व्यवस्था की गयी है।
ड्रोन कैमरे से होगी निगरानी
वहीं निगरानी के लिए बालू घाटों पर ड्रोन की मदद ली जाएगी। वहीं, बालू ढोने वाली गाड़ियों का निबंधन करवाकर उसमें जीपीएस लगाने, वजन के लिए घाटों पर धर्मकांटा लगाने, चेक पोस्ट बनाने, चालान काउंटर और चेकपोस्ट पर सीसीटीवी लगाने की कार्रवाई पहले से चल रही है।
संवेदनशीलों पोस्ट पर होगी माइनिंग इंस्पेक्टर की नियुक्ति
वहीं पटना और बिहटा के कई इलाकों में खनन को लेकर वर्चस्व की जंग देखने में मिलती रही है। और कई बार तो माफिया पुलिस टीम पर भी हमले करने से नहीं चूकते। ऐसे में अब संवेदनशील चेकपोस्ट पर खान निरीक्षकों की तैनाती की जाएगी। ताकि अवैध बालू खनन की घटनाओं को रोका जा सके।