मूर्ति विसर्जन के दौरान उपद्रव एक की मौत कई घायल... दर्जनों राउंड चली गोली...

पटना / मुंगेर : बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जहां पुलिस काफी मुस्तैदी दिखा रही है वही उनकी मुस्तैदी की पोल खुलते नजर आ रहे हैं। ताजा मामला बिहार के मुंगेर जिले ने देखने को मिला जहां दुर्गा पूजा की मूर्ति विसर्जन को लेकर हिंसक झड़प हो गया जिसमें दर्जनों राउंड गोली चली और एक की मौत हो गई वहीं कई पुलिसकर्मी सहित अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं जिन्हें इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस के कई वरीय पदाधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और उपद्रव को शांत करने की कोशिश करने लगे।पुलिस फिलहाल इलाके में कैंप कर रही और दोषियों को चिन्हित करने का प्रयास कर रही है।

मिली जानकारी के अनुसार बिहार के मुंगेर जिले के पंडित दीनदयाल चौक के पास शंकरपुर की प्रतिमा के विसर्जन के दौरान असामाजिक तत्वों द्वारा हंगामा शुरू कर दिया गया जिसके बाद देखते ही देखते ही देखते गोली भी चलने लगी जिसने 18 वर्षीय अनुराग कुमार की मौत हो गई वहीं इस घटना में कई पुलिसकर्मी के भी घायल हो गए हैं। उपद्रव रोकने के लिए पुलिस वालों के द्वारा गोली भी चलानी पड़ी इस हमले में संग्रामपुर थानाध्यक्ष सर्वजीत कुमार, कोतवाली थानाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह, कासिम बाजार थानाध्यक्ष शैलेश कुमार, बासुदेवपुर ओपी अध्यक्ष सुशील कुमार के अलावा 17 अन्य पुलिसकर्मी भी जख्मी हुए हैं। पुलिस को निशाना बनाकर लगातार पथराव किए जाने और भीड़ द्वारा फायरिंग कर शहर में अफवाह फैलाई गई और माहौल को खराब किए जाने का प्रयास किया गया।इस गोलीबारी की घटना में घायल सभी का इलाज मुंगेर के सदर अस्पताल में चल रहा।


दरअसल चुनाव के मद्देनजर जिला प्रशासन ने पूजा समितियों को निर्देश दिया था कि वो 26 अक्टूबर की शाम तक अपनी-अपनी समीतियों की प्रतिमा का विसर्जन कर लें। इसको लेकर जिला पुलिस प्रशासन के द्वार लगातार प्रतिमाओं पर निगरानी रखी जा रही थी।युवक की मौत के बाद लोग खासे आक्रोशित हैं. उनका आरोप है कि युवक की मौत पुलिस की गोली से हुई है। हिंसा की इस घटना के बाद एहतिहात बरतने को लेकर दीनदयाल चौक और आसपास के इलाके को पुलिस छावनी में बदल दिया गया है।पुलिस ने तीन हथियार, गोलियां और खोखा भी बरामद किया है।

घटना के बाद जिलाधिकारी  राजेश मीणा और पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह द्वारा घटनास्थल और मुंगेर सदर क्षेत्र का दौरा किया गया।डीएम ने बताया कि स्थिति फिलहाल शांतिपूर्ण है और दोषियों की पहचान की जा रही है। प्रथम दृष्टया यह बात सामने आई है कि जानबूझकर कुछ लोगों द्वारा पुलिस पर मारपीट करने का झूठा आरोप लगाते हुए माहौल को खराब किया गया और भीड़ को पुलिस के खिलाफ उकसाया गया. फिलहाल स्थिति शांतिपूर्ण है. कुछ उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है।