भागलपुर तीन दिनों तक चली मां काली की पूजा अर्चना के बाद काली की प्रतिमा की विसर्जन शोभायात्रा पूरे भक्ति भाव से निकाली गई शोभायात्रा की अगुवाई परवत्ती की मां बुढ़िया काली प्रतिमा ने की वही साथ-साथ प्रतिमा के साथ-साथ परंपरागत हथियारों का बेहतरीन प्रदर्शन कर युवाओं की टोली ने लोगों का मन मोह लिया जिस ओर से मां काली की शोभायात्रा निकाली वाहाँ का माहौल भक्ति के सागर में डूब गया, श्रद्धा भक्ति और जयकार के बीच मां काली विदा हुई तो लगभग पूरा शहर चौक चौराहों और सड़कों पर उतर आया, शहर के विभिन्न मोहल्ले में स्थापित मां काली की प्रतिमा शाम में बेदी से उठनी शुरू हो गई, मां के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड पड़ी, मुख्य आकर्षण परवत्ति की काली मां को विदा करने के लिए पारवत्ति से स्टेशन चौक तक दो किलोमीटर की दूरी में पूरा शहर समाप्त होने को आतुर दिखा, तलवार भाले और लाठियां के साथ बच्चों से लेकर युवा तक करतब दिखाते दिख रहे थे वहीं जिला और पुलिस प्रशासन भी सुरक्षा में लगी हुई थी, जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने सुरक्षा का जुम्मा खुद अपने जिम में लेकर तैनात दिखे, माता के आशीर्वाद लेने का सिलसिला चलता रहा इस दौरान डॉक्टर मेयर वसुंधरा लाल डिप्टी मेयर सलाउद्दीन अहसन जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन एसएसपी आनंद कुमार काली पूजा समिति के प्रतिनिधि सभी व्यवस्था में जुटे रहे।
भागलपुर में काली प्रतिमा विसर्जन अपने आप में काफी महत्वपूर्ण है, इस विसर्जन शोभा यात्रा में लाखों की संख्या में लोग सड़कों पर एक साथ जमा रहते हैं, दूर-दूर से लोग विसर्जन शोभायात्रा के दर्शन को भागलपुर पहुंचते हैं, युवाओं द्वारा अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन से लेकर कतर वध काली प्रतिमा अपने आप में रोचक लगती है, इसको लेकर हर क्षेत्र में पूजा से पहले ही शांति समिति की लगातार बैठक की जाती है साथ ही सभी मंदिरों के मेडपतियों के साथ कई बिंदुओं पर वार्ता होती है जिससे शांति व सोहार्द्र के साथ काली विसर्जन शोभायात्रा संपन्न हो लेकिन इसमें भी दरारें आने शुरू हो गई है भागलपुर में काली पूजा विसर्जन समिति को लेकर दो समूह बन गए हैं बुढ़िया कली परवत्तीपूजा समिति और केंद्रीय काली पूजा महासमिति जिसमें विसर्जन के दौरान मंच नहीं मिलने पर दोनों गुटों में मंच पर ही दोनों के सदस्यों के बीच कहा सुनी शुरू हो गई और बात इतनी बढ़ गई की दोनों गुटों में घंटों तु तु मैं मैं हुई , तब जाकर पुलिस प्रशासन को आकर इस मामले को शांत कराना पड़ा बुढ़िया काली परवत्ती पूजा समिति और केंद्रीय काली पूजा महासमिति के सदस्यों के बीच किसी बात को लेकर कहा सुनी हुई दरअसल यह कहा सुनी पूजा समिति के सदस्यों को मंच नहीं मिलने की वजह से हुआ था इसी बीच कुछ शरारती तत्वों द्वारा मंच पर तलवार भी चलाया गया हालांकि पुलिस प्रशासन द्वारा भीड़ को वहां से हटाया गया उसके बाद पूजा समिति के सदस्यों ने अपनी अवहेलना को लोगों के सामने रखा और कहा कि हमेशा परवत्ती ही लेट आई थीअब सवाल यह उठता है कि अगर आपस में ही किसी तरह का विरोध होगा तो इतना बड़ा शोभायात्रा कैसे शांति भाईचारे व सोहार्द्र के साथ संपन्न हो पाएगा?