MOTIHARI : मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट शहरी नल जल योजना को लेकर मोतिहारी में खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ायी जा रही है। पथ निर्माण विभाग से बिना नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट के ही शहर के मेन रोड में विभाग की सैकड़ों मीटर लंबी पक्की सड़क खोद डाली गयी है। पाइप लाइन बिछाने के दौरान नियम कायदों का पालन नहीं किया जा रहा है।
इतना ही नहीं खुदाई में भारी मात्रा में निकले पत्थर के अवशेषों व बड़े-बड़े बोल्डरों को सड़क पर ऐसे बेतरतीब छोड़ा गया है जैसे आमजनों की कोई परवाह ही नहीं हो। इसके कारण वाहन चालकों को भी आने-जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिला प्रशासन इस पर पूरी तरह मौन साधे हुआ है।
इस बारे में जब मोतिहारी के पथ निर्माण विभाग के एक अधिकारी से संपर्क किया गया तो उन्होंने भी यह स्वीकारा कि सड़क की खुदाई के लिए अब तक उनके विभाग से एनओसी नहीं लिया गया है। उनका यह भी कहना था कि क्योंकि मामला सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट से जुड़ा है, इसलिए काम रोकने की कोई हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है।
इधर पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता राज किशोर प्रसाद का कहना है कि शहरी नल जल योजना का काम जिला शहरी विकास अभिकरण के अधीन है। एनओसी के लिये अभी तक उन्हें जिला शहरी विकास अभिकरण की ओर से कोई पत्र नहीं मिला है। बता दें कि मोतिहारी शहर में योजना के तहत दो फेज में कुल 207082 मीटर लंबी पाइपलाइन बिछायी जानी है। इस पर करीब 35 करोड़ रुपये खर्च होने है।
मोतिहारी से रुपेश पांडेय की रिपोर्ट