सरकार व स्वस्थ्य विभाग आम लोगों को बेहतर स्वाथ्य व्यवस्था देने का दवा कर ले ।लेकिन उनके अधिकारी इसका हवा निकालने में पीछे हटने वाले नही है। मोतिहारी जिला के अरेराज अनुमंडलीय अस्पताल भगवान भरोसे चल रहा है। मारपीट के जख्मी मरीज एक घण्टा छटपटाते रहे। लेकिन इंमरजेंसी में डाक्टर उपस्थित थे. लेकिन कोई कर्मी उपस्थित नही रहने के कारण प्रसव कक्ष से एएनएम को बुलाकर बैंडेज पट्टी किया गया। वहीं सूचना पर पहुचे अरेराज बीडीओ के जांच में साढ़े 9 बजे तक ओपीडी में कोई डाक्टर उपस्थित नही थे ।
स्वस्थ्य विभाग देहाती व सुदूर ग्रामीण क्षेत्रो के आम लोगों को बेहतर स्वाथ्य सुबिधा के लिए लगातार प्रयास में जुटी है .इतर अस्पताल प्रभारी व कर्मियों के मिलीभगत से स्वस्थ्य व्यवस्था बेहाल होते नजर आ रहा है। अनुमंडलीय अस्पताल में बीडीओ के निरीक्षण में साढ़े 9 बजे तक ओपीडी में कोई डाक्टर उपस्थित नही थे .वहीं इंमरजेंसी डियूटी में सिर्फ एक डॉक्टर उपस्थित थे। लेकिन कोई कर्मी उपस्थित नही पाया गया .दांत चिकित्सक,आंख चिकित्सक,बीपी ,वेट जांच कक्ष, में ताला लटका पाया गया .
वही अस्पताल में उपस्थित सरेया पंचायत के मरीज सुनील सहनी ने बताया कि मारपीट में परिवार के आधा दर्जन लोग जख्मी है .साढ़े आठ बजे सभी जख्मी अस्पताल पहुचे .अस्पताल में इंरजेंसी में डाक्टर उपस्थित थे .लेकिन जीएनएम व कर्मी नही रहने के कारण आधा घंटा तक खून से लथपथ रहे .उसके बाद प्रशव कक्ष से एएनएम व डेरा से एक कर्मी को बुलाकर पट्टी दवा कराया गया। मरीजो द्वारा बताया गया कि कैल्सियम की गोली अस्पताल में भारी मात्रा में उपलब्ध रहने के बाद भी नही दिया जा रहा है .जिससे मरीज को बाहर से खरीदना पड़ रहा है
अस्पताल में बेड पर नहीं था चादर
बीडीओ आदित्य दीक्षित ने बताया कि साढ़े 9 बजे तक ओपीडी नही खुलने की शिकायत पर एसडीओ अरुण कुमार के निर्देश पर अस्पताल का निरीक्षण किया गया .अस्पताल निरीक्षण में भर्ती मरीजो के बेड पर चादर नहीं था .वही ओपीडी में कोई डाक्टर उपस्थित नही थे .दंत चिकित्सक कक्ष में ताला लटका पाया गया.वही अस्पताल में न बीएचएम उपस्थित थे, न ही अस्पताल प्रभारी ही उपस्थित पाए गए।
बीडीओ ने बताया कि जांच रिपोर्ट एसडीओ को भेजा जाएगा। वहीं अस्पताल में उपस्थित डॉ नागेंद्र कुमार ने बताया कि इंरजेंसी में मारपीट के एक दर्जन मरीज पहुचे थे. लेकिन कोई जीएनएम व कर्मी उपस्थित नही होने के कारण परेशानी हुई है। वही ओपीडी में एक महिला डॉक्टर द्वारा साढ़े दस बजे आया गया .इमरजेंसी में बीपी मशीन खराब रहने के कारण परेशानी हो रही थी।
REPORT - HIMANSHU MISHRA