MOTIHARI : लूटपाट के दौरान अब तक गोली मारने या चाकूबाजी की घटना सामने आती थी, लेकिन मोतिहारी में पिछले दिनों स्वर्ण कारोबारी से लूटपाट के दौरान हत्यारों ने न तो गोली चलाई और न ही चाकूबाजी की। बल्कि हत्या के लिए नशे की दवाई का इस्तेमाल किया था। इस बात का खुलासा खुद जिले के पुलिस कप्तान ने किया है। उन्होंने एक प्रसिद्ध स्वर्ण व्यावसायी हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि हत्या में शामिल आठ हत्यारों को अबतक गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। वहीं हत्या में प्रयुक्त पिस्टल, ढाई किलो मादक पदार्थ, एक कार व लूटे गए लगभग 12 किलो चांदी को भी बरामद कर लिया है।
मामले की जानकारी देते हुए मोतिहारी एसपी नवीन चंद्र झा ने बताया कि पिछले दिनों शहर के पॉश इलाके में हुई शहर के चर्चित स्वर्ण कारोबारी सच्चिदानंद प्रसाद की हत्या लूट के दौरान नशे की हाई डोज देने के कारण हुआ था। जहां हत्या का लाइनर उसी का एक संबंधी जो उसके कारोबार में स्टाफ की भूमिका में रहता था उसी ने लाइनर की भूमिका निभाई थी। हत्यारो ने स्वर्ण कारोबारी की हत्या नशे की सुई देकर किया था व लाखों के गहने व आभूषण लूट कर भाग खड़े हुए थे।
अब तक आठ अपराधी गिरफ्तार
मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए कारोबारी के संबंधी सहित तीन अन्य को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था और आज घटना में शामिल पांच अन्य अपराधियो को लूट के चांदी व हथियार सहित मादक पदार्थ व कर के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है।पांचों से गहन पूछताछ कर जेल भेजा जा रहा है।
बता दें कि बीते 26 अगस्त को मोतिहारी शहर के मेन रोड एसबीआई बाजार शाखा के सामने श्रीरामनगर गली में बुधवार की देर शाम स्वर्ण व्यवसायी सच्चिदानंद प्रसाद (62) की घर के अंदर ही हत्या कर दी गयी। उनका पैर व हाथ बंधा हुआ था। मुंह पर सेलो टेप चिपकाया गया था। गला दबाकर जान ली गई है। तीन मंजिले मकान के ग्राउंड फ्लोर पर व्यवसायी अपनी संबंधी के साथ रहते थे। उनका संबंधी उनकी दुकान में कारीगर का काम करता है।