MOTIHARI: अपराधियों के आगे घुटने टेकने वाली मोतिहारी पुलिस आम आदमी के सामने बब्बर-शेर बनकर पेश आ रही है। अपराधियों को देख भले ही घिग्घी बंध जाती हो पर निरीह जनता पर कहर बन कर टूट रही। ताजा मामला मोतिहारी नगर थाना का है। मोतिहारी पुलिस ठेकेदार कुणाल सिंह के परिवार वालों को प्रताड़ित कर रही है। 4 मई को ठेकेदार कुणाल सिंह की थाना के बगल में गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। विरोध में घटना में संलिप्त अपराधियों ने ही साजिश रचकर स्थानीय लोगों के सहयोग से अस्पताल चौक को जाम किया था। मोतिहारी पुलिस ने घटना में शामिल अपराधियों की जगह अब ठेकेदार के परिवार को ही प्रताड़ित कर रही है। शनिवार को ठेकेदार के चचेर भाई को टाउन थाने के एक जमादार जितेन्द्र सिंह अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर पकड़ लिया और मारपीट की। जमादार ने आरोप लगाया कि वह सड़क जाम और पुलिस के काम में हस्तक्षेप कर रहा था। हालांकि इंस्पेक्टर के हस्तक्षेप से पीड़ित को छोड़ा गया। पीड़ित शख्स ने एसपी से आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है।
4 मई को थाना के बगल में ठेकेदार की हुई थी हत्या
मोतिहारी नगर थाने के जमादार जितेन्द्र सिंह ने 7 मई को कोटवा के रहने वाले सुनील सिंह को पकड़ लिया और मारने लगे. इसके बाद नगर थाना के अंदर ले जाया गया. एसपी को दिये आवेदन में पीड़ित ने आरोप लगाया है कि पिटते हुए नगर थाना के अंदर ले जाया गया। थाना में मौजूद वरीय अधिकारियों द्वारा पहचान करने के बाद छोड़ा गया। वहां पता चला की ठेकेदार कुणाल सिंह की हत्या की सूचना पर हम सभी परिवार के लोग सदर अस्पताल पहुंचे थे.घटना के दिन हॉस्पिटल चौक मार्ग को अवरुद्ध किया गया था. उसमें वह नहीं थे . इसके बाद उन्हें छोड़ा गया. टाउन थाने के जमादार जितेंद्र सिंह ने धमकी देते हुए कहा कि तुम को किसी न किसी केस में फंसायेंगे।
एसडीपीओ को पता ही नहीं
बता दें,ठेकेेदार कुणाल सिंह की हत्या में शामिल व साजिश रचने वालों में महज दो लोगों की गिरप्तारी हुई है। पुलिस अन्य अपराधियों को गिरफ्तार करने में विफल रही है। अपनी नाकामी छुपाने के लिए मोतिहारी पुलिस अब ठेकेदार के परिजनों को ही प्रताड़ित करना शुरू कर दी है। इस संबंध में जब मोतिहारी सदर एसडीपीओ ने कहा कि इस तरह की जानकारी उनको नहीं है। वे पता लगाते हैं कि आखिर नगर पुलिस ने ठेकेदार के परिवार को क्यों पकड़ा....।