मोतिहारी : जिल के स्टेट बैंक के करेंसी चेस्ट में हुए करोड़े के घपले की जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंपा जा सकता है.साथ ही इस मामले में निलंबित अधिकारियों गिरफ्तारी हो सकते हैं. बैंक के वरीय अधिकारी के अनुसार, इस मामले को लेकर गुरुवार को रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर ने स्टेट बैंक के एमडी को तलब किया था. इस संबंध में स्टेट बैंक के जनसंपर्क अधिकारी मिथिलेश कुमार सिंह से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया.
गुरुवारा को रिजर्व बैंक के वरीय अधिकारियों की मौजूदगी में आज भी करेंसी चेस्ट में रखे नोटों की गिनती का काम चलता हुआ. नोट के सड़े-गले होने के कारण गिनती मैनुअली की जा रही है. एक दर्जन से अधिक कर्मचारी नोटों की गिनती में लगाये गये हैं. रिजर्व बैंक के अनुसार यह घोटाला करोड़ों का है. अब तक 80 लाख रुपये से अधिक का मामला प्रकाश में आ चुका है.
नोटबंदी के दौरान किया गया खेला
यह मामला 2016 से 2019 के बीच का है. गौरतलब है कि आठ नवंबर, 2016 को देश में नोटबंदी की गयी थी़ इसी दौरान कटे-फटे और सड़े-गले नोटों के नाम पर नये नोट (नकली होने की आशंका) जमा करने की बात जांच में सामने आ रही है.