SASARAM/BHABHUA : भाजपा नेताओं के प्रति सवर्ण समाज का विरोध लगातार बढ़ रहा है। रविवार को बीजेपी सांसद मनोज तिवारी को सवर्ण समुदाय के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। मनोज तिवारी को अपने घर भभुआ में ही लोगों की नाराजगी झेलनी पड़ी। यहां तक कि उन्हें चूड़ी भी दिखायी गयी। मनोज तिवारी की मौजूदगी में मंच से नारा लगता रहा- मनोज तिवारी जिंदाबाद, भीड़ से जवाब मिलता रहा - मुर्दाबाद, मुर्दाबाद ! कार्यक्रम के संचालक बार बार शांति बनाये रखने की अपील करते रहे लेकिन उसका कोई असर नहीं हुआ। भभुआ के बाद सासाराम में भी मनोज तिवारी के कार्यक्रम में भी हंगामा हुआ.
घर में ही सांसद का विरोध
भभुआ के नगरपालिका मैदान में रविवार को भारतीय जनता युवा मोर्चा का शंखनाद सम्मेलन आयोजित किया गया था। इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी भी आये हुए थे। मनोज तिवारी कैमूर जिले के मोहनिया प्रखंड के अतरवलिया के रहने वाले हैं। वे अपने गृह जिले के कार्यक्रम में शामिल होने आये थे। मनोज तिवारी ने संसद में SC-ST एक्ट संशोधन कानून को समर्थन दिया था। इससे सवर्ण समुदाय के लोग नाराज थे। उन्होंने इस कार्यक्रम में सांसद का सीधे- सीधे विरोध किया। मनोज तिवारी कार्यक्रम के उद्घाटन के लिए जैसे ही मंच पर आये दर्शक दीर्घा से उनका विरोध शुरू हो गया। हंगामा के कारण सभा को कुछ देर के लिए रोक दिया गया।
मनोज तिवारी मुर्दाबाद ! मुर्दाबाद !
कार्यक्रम में हंगामा बढ़े देख कर मंच से शांति बनाये रखने अपील की गयी लेकिन उसका भी असर नहीं हुआ। मंच से जब मनोज तिवारी जिंदाबाद का नारा लगा तो भीड़ से जवाब आया- मुर्दाबाद ! मुर्दाबाद ! इसके बाद दर्शक दीर्घा में मौजूद नौजवान काला कपड़ा दिखा कर विरोध जताने लगे। बाद हंगामा कर रहे लोगों को शांत करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा। लाठीचार्ज के कारण थोड़ी देर के लिए अफरातफरी का माहौल बन गया। लोग चप्पल-जूता छोड़ गिरते-पड़ते भागे। सांसद मनोज तिवारी के सामने हंगामा होता रहा और वे देखते रहे। उस समय सांसद छेदी पासवान, मंत्री वृजकिशोर बिंद, विधायक रिंकी रानी पांडेय, एएलसी संतोष सिंह और विधायक निरंजन राम भी उनके साथ मौजूद थे। आयोजकों ने हंगामा शांत करने के लिए कहा कि अगर किसी को अपनी बात कहनी है तो वे कागज पर लिख कर मनोज तिवारी को दे सकते हैं। इस पर भी नाराजगी कम नहीं हुई तो आयोजकों का लहजा तल्ख हो गया और माइक से कहा गया कि किसी सभा में आ कर हंगामा करना ठीक बात नहीं है।
सवर्ण सेना ने किया विरोध
ओम प्रकाश पाण्डेय के नेतृत्व में सवर्ण सेना ने मनोज तिवारी का भभुआ में विरोध किया। सवर्ण सेना के कार्यकर्ताओं ने मनोज तिवारी को चूड़ी दिखा कर विरोध जताया। इसके बाद पुलिस ने ओम प्रकाश पाण्डेय को हिरासत में ले लिया। करीब 6 घंटे बाद उन्हें छोड़ा गया।
कैमूर से देवव्रत और सासाराम से रंजन की रिपोर्ट