पटना। बिहार में सोमवार को 12 सिविल सर्जनों की नियुक्ति की गई है, जिसको लेकर राज्य के स्वास्थ्य विभाग कठघरे में खड़ा हो गया है। राजद विधायक अशोक सम्राट का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग में किस तरह से काम हो रहा है, यह सीएस की नियुक्ति में देखा जा सकता है कि उन्होंने एक मृत डॉक्टर की पोस्टिंग कर दी है। यह साबित करता है कि सरकार की स्वास्थ्य विभाग किस तरह काम करता है।
मामला शेखपुरा में नियुक्त किए सीएस रामनारायण राम से जुड़ा है. जिनके बारे में बताया गया कि उनकी मृत्यु फरवरी माह में ही हो गई थी इसके बाद भी उनकी नियुक्ति शेखपुरा के सिविल सर्जन के रूप में कर दी गई। राजद विधायक ने बिहार के स्वास्थ्य विभाग पर आरोप लगाया कि यहां पूरी तरह से भ्रष्टाचार व्याप्त है। जिसके कारण एक मृत डॉक्टर को भी ड्यूटी पर लगा दिया जाता है। उनकी पोस्टिंग कर दी जाती है।
बिक्रमगंज में पहले थी नियुक्ति
राजद विधायक ने बताया कि मृत राम नारायण राम पहले रोहतास के बिक्रमगंज में चिकित्सा पदाधिकारी के पद पर कार्यरत थे। इसी दौरान उनकी फरवरी में कोरोना के कारण मौत हो गई। इसकी पुष्टि खुद सासाराम के सिविल सर्जन ने भी की है। इसके बाद भी प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में उन्हें शेखपुरा का सीएस बना दिया जो साबित करता है कि स्वास्थ्य विभाग में किस तरह से काम किया जा रहा है।