पटना : बिहार में कोरोना काल में भी मुखिया जी ने बड़ा खेला कर दिया है. पटना में 103 पंचायतों के मुखिआयों ने कोरोना के नाम पर मुफ्त मास्क में का माल भी पी कर गए हैं. पटना के मुखियाओं ने खराब किस्म के मास्क बांट दिए हैं. इसका खुलासा प्रखंड विकास पदाधिकारी की रिपोर्ट से हुआ है.
कोरोना महामारी के बीच भी पंचायतों के लोगों की जिंदगी के साथ मखिया जी ने जो खिलवाड़ किया है वैसे मखियाओं को प्रशासन नोटिस भेजकर जवाब मांगा है. पटना की 322 पंचायतों में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए प्रत्येक परिवार के चार सदस्यों को मुफ्त में मास्क दिया जाना था. मास्क सेनिटाइजर और साबुन के िलए सभी मुखियाओं को पंचम वित्त आयोग मद से राशि आवंटित की गई थी. प्रत्येक परिवार को मास्क मिल जाए इसके लिए प्रखंड स्तर पर निगरानी की टीम बनाई गई.
इसके साथ ही जीविका में मास्क बनाने का काम शुरू किया गया और मुखियाओं को निर्देश दिया गया कि मास्क की खरीदारी जीविका समहूों से ही करें. लेकिन 103 पंचायतों के मुखिआयों ने बाजार में बिकेने वाले चायनीज और सस्ते मास्क खरीदकर गांवों में बंटवा दिया.
यही नहीं जांच में पता चला कि इन मुखियाओं ने ऐसे खराब मास्क ज्यादातर गरीब परिवारों को दए गए हैं. इन सब की जानकारी प्रखंड विकास पदाधिकारी ने दी है.रिपोर्ट में इस बात की जिक्र है कि ऐसी कई पंचायतें हैं जिन्होंने बार बार कहने पर भी मास्क नहीं खरीदा.जीविका केन्द्र पर 10 लाख से ज्यादा मास्क उपलब्ध होने के बावजूद भी बाजार में बिकने वाले सस्ते मास्क खरीदे गए. कोरोना काल में मास्क के नाम पर हुए घपले को लेकर ऐसे मुखियाआयों से जवाब मांगा गया है उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.