MUMBAI : देश में महिला अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा है. आए दिन महिलाओं से रेप की वारदात होती रहती है. इस रेप की घटनाओं में आज से एक दशक पहले हुए निर्भया कांड आप सभी को याद ही होगा. देश अभी तक पुराने निर्भया को बुला भी नहीं था, कि इस बीच एक और निर्भया बना दिया गया और वह अस्पताल में मौत से अपनी लड़ाई आखिरकार हार गई है। 32 साल की रेप पीड़िता का इलाज राजावाड़ी हॉस्पिटल घाटकोपर में चल रहा था. अस्पताल प्रशासन ने भी पीड़िता कीमौत की पुष्टि कर दी है। मामले में पुलिस ने अभी तक एक आरोपी को अरेस्ट किया है.
बता दें कि मुंबई के साकीनाका इलाके में एक ऐसी दरिंदगी की वारदात हुई कि हर किसी का रूह कांप जाएगा. दरिंदों ने एक 32 वर्षीय महिला के साथ न सिर्फ गैंगरेप किया बल्कि उसेक प्राइवेट पार्ट में रॉड डाल दिया, जिसके पीड़िता को स्थिति में बनी हुई थी। महिला का ऑपरेशन किया गया था, लेकिन उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ और आखिरकार उसकी मौत हो गई।
पुलिस जानकारी के अनुसार रात करीब तीन बजे पुलिस कंट्रोल नंबर पर फोन आया था कि खैरानी रोड पर एक महिला बेहोश पड़ी हुई है और खून से लथपथ है. इसके बाद पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और पीड़िता को मुंबई के राजावाड़ी हॉस्पिटल में एडमिट करवाया. जहां इलाज के दौरान पीड़िता ने दम तोड़ दिया. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ बलात्कार और हत्या का मामला दर्ज किया है.