MUZAFFARPUR : बीते सप्ताह मुजफ्फरपुर शराब मामले को लेकर पूरे बिहार स्तर पर काफी निंदनीय रहा। एक तरफ जहां कई लोगों की जानें चली गई। वहीं तीन लोगों के आंख की रोशनी भी चली गई। इस पूरे मामले पर राज्य सरकार के द्वारा गंभीर संज्ञान लिया गया। तब जाकर मुजफ्फरपुर प्रशासन की नींद खुली।
इस बीच मुजफ्फरपुर पुलिस प्रशासन अपनी जमकर किरकिरी करवा चुकी थी। आनन फानन में चेतना रैली के लिए एक गाड़ी को रिलीज भी किया गया। फिर अपनी किरकिरी होने के बाद मुजफ्फरपुर पुलिस के आला कमान ने सख्त लहजे में सभी थानेदार को एवं अन्य पदाधिकारियों को आदेश दिया की जहां जहां पर शराब बनने या बिकने की सूचना है। उन्हें अविलंब नष्ट किया जाए और आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए।
इसी आदेश के आलोक में मुजफ्फरपुर पुलिस जीरो टॉलरेंस पर काम करते हुए युद्ध स्तर पर चुलाई शराब एवं अन्य मामलों में जबरदस्त छापेमारी कर रही है। हालांकि अधिकांश जगहों पर शराब माफियाओं को ऑपरेशन की भनक पहले ही लग चुकी थी और वह फरार हो चुके थे। हालाँकि जिले की पुलिस लगातार कई जगहों पर छापेमारी करती रही।
मुजफ्फरपुर से गोविन्द की रिपोर्ट