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खुलासाः नोट छापने वाले MVI 'विनोद' के पांच रिश्तेदार बिहार में मोटरयान निरीक्षक! EOU के लपेटे में आकर 2 हो चुके हैं निलंबित..अन्य पर भी गंभीर आरोप

खुलासाः नोट छापने वाले MVI 'विनोद' के पांच रिश्तेदार बिहार में मोटरयान निरीक्षक! EOU के लपेटे में आकर 2 हो चुके हैं निलंबित..अन्य पर भी गंभीर आरोप

PATNA: बालू खनन में मलाई खाने वाले अधिकारियों पर ईओयू की कार्रवाई जारी है।अब तक 4 अफसरों के ठिकानों पर ईओयू की छापेमारी हुई है। एमवीआई विनोद कुमार को वर्ष 2016 में निगरानी विभाग ने ₹44000 रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था. कुछ दिन जेल में रहने के बाद बेल मिला तो परिवहन विभाग ने फिर से मलाईदार जगह पर पोस्टिंग कर दी।'घाघ' एमवीआई जेल जाने के बाद और खतरनाक हो गया और खुल्लम-खुल्ला अवैध धंधे में शामिल होकर रूपया छापने लगा। बालू से रूपया छापने के आरोप में एमवीआई को सस्पेंड किया गया। इसके बाद 8 सितंबर को तीन ठिकानों पर ईओयू की छापेमारी हुई है। रेड में अकूत संपत्ति का पता चला है। जानकारों का कहना है कि बिहार के परिवहन विभाग में पांच एमवीआई आपस में रिश्तेदार हैं। इन पांचों मोटरयान निरीक्षकों पर गंभीर आरोप हैं। आय से अधिक संपत्ति केस में 2 निलंबित हैं जबकि तीसरा भी लापरवाही के आरोप में सस्पेंड है। अन्य 2 पर भी गड़बड़ी के संगीन आरोप लगे हैं. 

परिवहन विभाग में गंभीर आरोप वालों को मिलता है मलाईदार जगह 

दरअसल बिहार के परिवहन विभाग में एमवीआई राज चलता है। लिहाजा चाहे कितना भी बड़ा आरोप क्यों न हो बचाने की पूरी कोशिश की जाती है। एमवीआई विनोद कुमार के ठिकानों पर छापेमारी के बाद एक और नई बात निकलकर सामने आई है। बताया जाता है कि इस घाघ एमवीआई के पांच से अधिक नाते-रिश्तेदार मोटरयान निरीक्षक हैं। सबसे खास बात तो यह कि इन पांचों में अधिकांश पर गंभीर आरोप हैं।

विनोद समेत पांच रिश्तेदार एमवीआई...इनमें से 3 निलंबित 

जानकार बताते हैं कि आरा के तत्कालीन एमवीआई रहे विनोद कुमार जिनके ठिकानों पर ईओयू ने रेड किया है उसके आधे दर्जन सगे-संबंधी बिहार-झारखंड में एमवीआई हैं। एक झारखंड और बाकी के पांच बिहार में है। जानकारी के अनुसार सभी पांचों एक साथ बहाल हुए थे। बहाली को लेकर भी कई तरह के आरोप लगते रहे हैं। मामला विभाग से लेकर कोर्ट तक चल रहा है। बता दें कि एमवीआई विनोद कुमार के एक रिश्तेदार झारखंड में एमवीआई के पद पर हैं। उन्हीं का भाई अमिताभ कुमार (विनोद कुमार का रिश्तेदार) बिहार में एमवीआई है। अमिताभ कुमार आय से अधिक संपत्ति के मामले में 2017 से ही सस्पेंड है। आर्थिक अपराध इकाई ने अमिताभ के ठिकानों पर छापेमारी की थी। रेड में अवैध संपत्ति का पता चला था। तब से अमिताभ कुमार निलंबित चल रहा है। अमिताभ कुमार के नाते में भाई लगने वाले एमवीआई अनूप कुमार भी जमुई में पदस्थापन के दौरान लापरवाही के आरोप में सस्पेंड हैं। वहीं दो अन्य मोटरयान निरीक्षक विवेक कुमार और दिव्य प्रकाश आपस में मौसेरा भाई हैं. ये दोनों आय से अधिक संपत्ति के मामले में निलंबित चल रहे अमिताभ कुमार के फुफेरे भाई बताए जाते हैं. बता दें कि एमवीआई दिव्य प्रकाश पर मुजफ्फरपुर में पदस्थापन के दौरान दूसरे जिले के थाने में बंद ट्रकों का फिटनेस देने का आरोप है। इस मामले की जांच परिवहन विभाग ने कराई थी। बताया जाता है कि यह मामला विभागीय जांच आयुक्त के यहां पेंडिंग है। वहीं दूसरे एमवीआई विवेक कुमार के ड्राइवर को 40 हजार रु के साथ पकड़ा गया था। हालांकि तब ये बच गये थे। 

कोर्ट में चार्जशीट फिर भी मिला था मलाईदार पोस्ट

बता दें, एमवीआई विनोद कुमार को वर्ष 2016 में निगरानी विभाग ने ₹44000 रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था. इस संबंध में निगरानी थाना में 12 मार्च 2016 को केस दर्ज हुआ था .अनुसंधान के बाद विनोद कुमार एवं इसके चालक सत्य प्रकाश राय के विरुद्ध न्यायालय में आरोप पत्र 12 मार्च 2018 को समर्पित किया गया. लेकिन परिवहन विभाग आरोपी एमवीआई को फिल्ड में मलाईदार पोस्ट पर बहाल रखा. बुधवार को आर्थिक अपराध विभाग की छापेमारी में भोजपुर के एमवीआई रहे विनोद कुमार के पटना और बक्सर ठिकानों पर छापेमारी की. 

आर्थिक अपराध इकाई की तरफ से बताया गया है कि विनोद कुमार द्वारा आय से अधिक परिसंपत्ति अर्जित किए जाने की पुष्टि होने के बाद उनके विरुद्ध केस दर्ज किया गया .जांच में पाया गया कि मोटरयान निरीक्षक ने खुद व पत्नी के नाम पर अकूत संपत्ति अर्जित किया है. इसके साक्ष्य पाए गए हैं. पटना के रूपसपुर स्थित शांति एनक्लेव में फ्लैट तथा नवानगर बक्सर में कई भूखंडों के क्रय किए जाने के साक्ष्य मिले हैं. पुलिस उपाधीक्षक के नेतृत्व में आर्थिक अपराध इकाई की विशेष टीम का गठन किया गया .टीम के सदस्यों ने आज एमवीआई विनोद कुमार के रूपसपुर अवस्थित फ्लैट तथा बक्सर स्थित ठिकानों की तलाशी ली गई है जहां से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए हैं.

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