NALANDA : निगरानी विभाग की टीम ने राजगीर प्रखंड के पथरौरा पंचायत के मुखिया अनुज चौधरी को 50 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है। बिल भुगतान के लिए मुखिया अनुज चौधरी वार्ड सदस्य रंजीत कुमार से घूस की मांग कर रहा था। वार्ड सदस्य रंजीत कुमार ने बताया कि उसने मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत करीब साढ़े पांच लाख रुपए का निर्माण कार्य करवाया था जिसका बिल भुगतान करने के लिए मुखिया अनुज चौधरी ने 55 हजार रुपये की मांग की थी।
बाद में मामला 50 हजार रुपये पर तय हुआ। इधर, मुखिया द्वारा घूस मांगे जाने की शिकायत रंजीत कुमार ने निगरानी विभाग, पटना में दर्ज करा दी। मामला दर्ज होने के बाद निगरानी ने इंटरनल जांच करवाई तो केस सत्य पाया गया।
मंगलवार को पटना से निगरानी की एक टीम राजगीर पहुंची और पथरौरा पंचायत के मुखिया को मनरेगा भवन से अनुज चौधरी को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया ।
निगरानी की टीम ने मुखिया के पास से कमीशन की राशि भी बरामद कर ली है और उसे गिरफ्तार कर अपने साथ पटना ले गयी है। निगरानी के डीएसपी गोपाल पासवान इस टीम को लीड कर रहे थे जबकि टीम में इंस्पेक्टर मिथलेश जायसवाल, ईश्वर प्रसाद, सुधीर कुमार व सशत्र बल के जवान शामिल थे।
निगरानी ने मुखिया पर लगे आरोप का पहले सत्यापन कराया उसके बाद धावा दल ने मुखिया को रिश्वत लेते राजगीर प्रखंड कार्यालय परिसर से धर दबोचा। बता दें कि मंगलवार को आवेदक पैसे लेकर मुखिया को देने गया था। मुखिया घूस में मिले रुपये को गिनने में मशगूल था तभी निगरानी विभाग की टीम ने उसे धर दबोचा।