PATNA : सीएम नीतीश के सात निश्चय योजना को उनके ही अधिकारी एंव जनप्रतिनिधि मिल कर पैरों तले रौंद रहे हैं। मामला उनके ही गृह जिले नालंदा का है, जहां सात निश्चय योजना में भारी गड़बड़ी का आरोप है। नालंदा में मुखिया, अधिकारी एंव बैंक कर्मी के मिलीभगत से सरकारी राशि का बंदरबांट किया जा रहा है।
क्या है मामला
नालंदा जिले के परवलपुर प्रखंड के चौसंडा पंचायत में नल जल योजना की राशि का बंदरबांट का मामला सामने आया है। यहां के वार्ड संख्या 5 की सदस्या नवीहन खातून ने परवलपुर थाने सहित बिहार सरकार के पंचायती राज विभाग के मंत्री कपिलदेव कामत को एक आवेदन दिया है जिसमे सरकारी राशि के बंदरबांट की शिकायत की गई है।
दरअसल वार्ड क्रियान्वयन एव प्रबंधन समिति वार्ड संख्या 5, चौसंडा पंचायत के वार्ड सचिव बीरमणी कुमार सिंह एव वार्ड सदस्या नवीहन खातून का एक संयुक्त खाता मध्य बिहार ग्रामीण बैंक निश्चलगंज में सरकारी योजना के लिए खोला गया जिसका खाता संख्या 71820100144741 है। जिसमें वार्ड में सात निश्चय के तहत आने होने वाले कार्य गली -नाली एव नल -जल योजना क्रियान्वयन के लिए 20 लाख रुपए आया लेकिन वार्ड सदस्या नवीहन खातून के जानकारी के बिना वार्ड सचिव बीरमणी कुमार सिंह, चौसंडा पंचायत की मुखिया एंव बांच मैनेजर निश्चलगंज ने मिल कर बिना काम कराये मात्र 3 दिन में ही योजना की राशि 20 लाख रुपये गैरकानूनी रुप से निकाल लिया । जिसकी शिकायत वार्ड सदस्यता नवीहन खातून ने थाने से लेकर मंत्री तक की है अब वार्ड सदस्या का कहना है खाता मेरे संयुक्त नाम से है मैं गरीब महिला सरकार के इतने पैसे कहा से दूंगी जब क्षेत्र में कोई काम ही नहीं हुआ है। नवीहन खातून ने कहा कि पैसे की निकासी की जानकारी पास बुक अपडेट कराने से मिली है।
ये मामला कोई एकलौता नहीं है।इसी पंचायत के वार्ड 5 की सदस्यता रुकमिणी देवी ने भी ऐसी ही शिकायत करते हुए कहा की हमारे बिना अंगूठे के निशान दिए ही बैंक से पैसा निकासी हुआ है और कोई काम नहीं हुआ है। हम इतने पैसे को कहां से सरकार को लौटाएंगे। रुकमिणी देवी ने कहा कि बिना उनकी जानकारी के संयुक्त खाता से पैसे की निकासी कर ली गई। नवीहन खातून और रुकमिणी देवी ने मंत्री से इस पूरे मामले की जांच कराने की मांग की है।
मंत्री ने कहा जो फंसेगा वह जाएगा
पंचायती राज मंत्री कपिलदेव कामत ने न्यूज़ 4 नेशन से कहा की इस तरह की शिकायत मिली है और हमने प्रधान सचिव को लिखा है जिस पर वहां के डीएम ने कार्रवाई करते हुए थम इंप्रेशन जाँच के लिए विधि प्रयोगशाला में भेजा गया है। जाँच के बाद जो भी दोषी होगा उसे बक्शा नहीं जाएगा। बैंक की संलिप्तता की भी जाँच की जाएगी । मंत्री ने कहा कि ये बहुत ही गंभीर मामला है। सात निश्चय का पैसा बिजली का करंट है जो फसेगा वह जाएगा।
पटना से गणेश सम्राट की रिपोर्ट