NALANDA : बिहार में भीड़ द्वारा कानून अपने हाथ में लेने की घटनाएं थम नहीं रही हैं। 14 सितंबर, शुक्रवार को सीएम नीतीश कुमार के गृह जिले से भीड़ द्वारा कानून अपने हाथ में लेने का एक मामला सामने आया। सोहसराय थाना इलाके के छोटी पहाड़ी मुहल्ले में चोरी के आरोप में लोगों ने एक युवक को पकड़ लिया और उसे पेड़ से बांध दिया। हाथ-पैर बांधकर उसकी जमकर पिटाई भी की गयी।
नालंदा में भीड़ का अंधा कानून
स्थानीय निवासियों की माने तो यह युवक पिछले एक सप्ताह से मुहल्ले में चोरी की नीयत से आ रहा था। शुक्रवार को वह रविन्द्र कुमार के घर में चोरी की नीयत से घुस गया। उस वक्त घर में केवल उनकी बच्ची मौजूद थी। इसी दौरान लोगों की नजर उसपर पड़ गयी। लोगों ने उसे घर से खींचकर बाहर निकाला और पेड़ से बांधकर उसकी पिटाई शुरू कर दी।
पकड़े जाने पर बता रहा पलंबर
पकड़ा गया युवक बिट्टू उर्फ विकास भागनबिगहा ओपी के मुसेपुर का रहनेवाला है। पकड़े जाने पर यह अपने आप को पलंबर बता रहा है। उसका कहना है कि वह आज ही इस मुहल्ले में नल ठीक करने आया था मगर जिस व्यक्ति का नल ठीक करना था उसका नाम और घर याद नहीं रहा। जिसके कारण वह रविन्द्र के घर में घुस गया।
सरकार ने बनाया कानून
इधर, दूसरी ओर युवक के साथ मारपीट की सूचना मिलते ही सोहसराय और लहेरी थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और काफी मशक्कत के बाद उसे भीड़ से छुड़ा कर अपने साथ थाने ले गयी। बता दें कि बिहार में लगातार हो रही मॉब लिंचिंग की घटना के बाद बिहार सरकार हरकत में आयी है और हिंसा पीड़ित प्रतिकार स्कीम को मंजूरी दी है। इसके तहत पीड़ित परिवार को 1 लाख रुपए की अंतरिम वित्तीय सहायता मिलेगी और छह माह में फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामले की सुनवाई पूरी की जाएगी।