NALANDA : किसी ने सच ही कहा है कि प्रेम जाति पाति का बंधन नहीं देखता है. कुछ इसी तरह का नजारा बिहार शरीफ के बाबा मणिराम अखाड़ा मंदिर में देखने को मिला. जहाँ लॉकडाउन में प्रेमी जोड़े ने अंतरजातीय विवाह कर लिया.
लेकिन अजीबोगरीब बात यह रही की शादी में न तो बाराती थे और न ही बैंड बाजा. इस दौरान चुटकी भर सिंदूर मांग में भरकर शादी की रस्म पूरी की गई. हालाँकि मौके पर दोनों के परिजन मौजूद थे.
सभी ने नवदंपत्ति को आशीष दिया. उधर कोरोना संक्रमण को लेकर लॉकडाउन के कारण शादी में सोशल डिस्टेसिंग का ख्याल रखा गया. दुल्हा बने धनेश्वर घाट निवासी राजेश कुमार पांडेय के पुत्र रोहित राज ने बताया कि कुछ सालों से उसका प्रेम प्रसंग चल रहा था.
दोनों के परिजनों की रजामंदी के बाद उसने शादी रचाई. दूल्हन बनी संध्या सहेगल ने बताया कि इस शादी से वह खुश है. उसने अपने प्रेम प्रसंग की जानकारी खुद परिजनों को बताई. जिसके बाद माता-पिता ने शादी की रजामंदी दी.
नालंदा से राज की रिपोर्ट