पटनाः नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रिमंडल गठन में बिहार से अगड़ा कार्ड खेला तो नीतीश कुमार ने अपने कैबिनेट विस्तार में पिछड़ा-अतिपिछड़ा और दलित कार्ड खेला है।मोदी कैबिनेट में बिहार से जिन 6 नेताओं को मंत्री बनाया गया उसमें से 4 अगड़ी जाति से आते हैं जबकि एक पिछड़ा और एक दलित समाज से।हालांकि मोदी सरकार में मंत्रारी बने रामविलास पासवान लोजपा कोटे से मंत्री बने हैं।बीजेपी ने बिहार के जिन 5 सांसदों को केंद्र में मंत्री बनाया है उनमें 4 अगड़ी जाति से वहीं सिर्तफ 1 पिछड़ा जाति नित्यानंद राय को मंत्री बनाया गया है।
वहीं नीतीश कुमार ने आज के अपने कैबिनेट विस्तार में पिछड़ा-अतिपिछड़ा और दलित नेताओं को मंत्री बनाया है।सीएम नीतीश ने अपने कैबिनेट में आज जो 8 मंत्री बनाए हैं उनमें इनकी संख्या अधिक है।अगड़ी जाति से सिर्फ 2 मंत्री को कैबिनेट में जगह दी गई है।नीतीश कैबिनेट में सवर्ण समाज से 2 विधानपार्षद संजय झा और नीरज कुमार को जगह दी गई है।बाकी दलित समाज से 2 मंत्री बनाए गए हैं।पिछड़ा से तीन और अतिपिछड़ा से भी 2 लोगों को मंत्री बनाया गया है।
शपथ लेने वाले मंत्री किस समाज से आते हैं-
श्याम रजक---दलित
डा. अशोक चौधरी--दलित
नरेंद्र नारायण यादव-पिछड़ा
बीमा भारती-अति पिछड़ा
संजय झा-सवर्ण
नीरज कुमार-सवर्ण
रामसेवक सिंह-पिछड़ा
लक्षमेश्वर राय-अति पिछड़ा
लोकसभा चुनाव में भी यही कार्ड खेला था
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 के टिकट बंटवारे में भी नीतीश कुमार ने यही कार्ड खेला था।नीतीश कुमार ने अपनी 17 लोकसभा सीटों में से अधिकांश पर पिछड़ा-अतिपिछड़ा और दलित उम्मीदवार उतारे थे।नीतीश कुमार का यह कार्ड सफल भी रहा और उनके 17 उम्मीदवारों में से 16 ने जीत दर्ज की।अब एक बार फिर से अपने मंत्रिमंडल विस्तार में भी इनको तवज्जो दी गई है।