NASA के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है. नासा ने सूरज को छूने (टच द सन) के अनोखे मिशन पर 'पार्कर सोलर प्रोब' लॉन्च किया. यह यान सूर्य के वातावरण में जाने के लिए डिजाइन किया गया है. अब सूर्य के बेहद करीब पहुँच कर नासा अध्ययन करेगा। यह अंतरिक्ष विमान कार के आकार का है जो सूरज की सतह के सबसे करीब लगभग 40 लाख मील की दूरी से गुजरेगा।
पार्कर सोलर को सूर्य के ताप और विकिरण के भयानक प्रभाव का सामना करना पड़ेगा। इसका उद्देश्य इस बात के बारे में पता लगाना है कि किस प्रकार से ऊर्जा और गर्मी सूरज को घेरे रहती है। यह अध्ययन 7 साल तक चलेगा।
सबसे बड़े ऑपरेशनल लॉन्च व्हीकल का इस्तेमाल होने के अलावा डेल्टा-4 हेवी, पार्कर सोलर प्रोब सूर्य के करीब पहुंचने के लिए जरूरी तीसरे चरण के रॉकेट का उपयोग करेगा. इसमें मंगल ग्रह पर जाने में खपत होने वाली ऊर्जा की तुलना में 55 गुना ज्यादा ऊर्जा की खपत होगी. इस प्रोजक्ट पर नासा ने 100 अरब से ज्यादा रुपये खर्च किए हैं
इस यान को केवल साढ़े चार इंच (11.43 सेंटीमीटर) मोटी हीट रेसिसटेंट शील्ड से सुरक्षित किया गया है जो इसे सूर्य के तापमान से बचाएगी. इस प्रोब का नाम सौर वैज्ञानिक यूजीन पार्कर के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने 1958 में पहली बार अनुमान लगाया था कि सौर हवाएं होती हैं, ये कणों और चुंबकीय क्षेत्रों की धारा होती हैं, जो सूर्य से लगातार निकलती रहती हैं. जब ये धाराएं तेजी से निकलती हैं, तो इसके कारण धरती पर उपग्रह लिंक प्रभावित होता है.
3-2-1… and we have liftoff of Parker #SolarProbe atop @ULAlaunch’s #DeltaIV Heavy rocket. Tune in as we broadcast our mission to “touch” the Sun: https://t.co/T3F4bqeATB pic.twitter.com/Ah4023Vfvn
— NASA (@NASA) August 12, 2018