बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

NATIONAL DOCTOR’S DAY: बीते 2 साल से लगातार सेवा दे रहे हैं यह डॉक्टर, कोरोना को भी हराया, जरा भी कम नहीं हुआ हौसला

NATIONAL DOCTOR’S DAY: बीते 2 साल से लगातार सेवा दे रहे हैं यह डॉक्टर, कोरोना को भी हराया, जरा भी कम नहीं हुआ हौसला

KATIHAR: हर साल, 1 जुलाई को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस साल कोरोना महामारी के चलते हम पर डॉक्टरों का एहसान कई गुना ज्यादा बढ़ गया है। जिस तरह से साल 2020 से ही डॉक्टर्स जी-जान लगाकर अपनी सेवाएं दे रहे हैं, वह निश्चित रूप से काबिल-ए-तारीफ है। हम यह भी कह सकते हैं कि कोरोना महामारी की बदौलत हमें डॉक्टर्स के प्रति एहसानमंद होने का एक औऱ मौका मिल गया। इसी अवसर पर बात करेंगे बिहार के कटिहार जिले के कोरोना योद्धा और कटिहार सदर अस्पताल में तैनात चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ.आर.सुमन की, जो मरीजों की अनवरत सेवा में लगे हुए हैं।

कोरोना काल के दौरान कोरोना मरीजों के लिए कोरोना से जुड़ी जांच एक महत्वपूर्ण विषय है। जांच के आधार पर ही आगे का इलाज संभव है। इसी संबंध में कोरोना महामारी की पहली और दूसरी लहर में कोरोना योद्धाओं ने अपनी सेवाओं के दम पर कोरोना की ताकत घटा दी है। वहीं इस मौके पर कटिहार सदर अस्पताल में तैनात चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ. आर. सुमन बताते हैं कि वह और उनकी टीम मरीजों की सेवा के लिए ही है। पैथोलॉजिस्ट एमडी डॉक्टर आर. सुमन सदर अस्पताल में सेवा देने के साथ-साथ अपना निजी पैथोलॉजी भी चलाते है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में वह अपनी पैथोलॉजी में भी लोगों की सेवा के लिए हमेशा उपलब्ध रहें है। डॉक्टर्स-डे के मौके पर कोरोना काल के दौरान सेवा को लेकर अपना अनुभव साझा करते हुए डॉ.आर. सुमन कहते हैं कि लोग यह बात समझ ले कि कोरोना समाप्त नहीं हुआ है। इसका असर कुछ कम जरूर हुआ है। लोगों को सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन को लेकर गंभीर रहना चाहिए। खासकर वैक्सीन लगाना ही चाहिए क्योंकि अब तक जो बातें सामने आई है उससे यह साफ हो जाता है कि वैक्सीन ही कोरोना का एकमात्र बचाव का कारगर उपाय है।

बता दें कि डॉ.आर. सुमन के साल 2020 में ही कोरोना हुआ था। काम करते वक्त ही वह संक्रमित हुए थे। बचाव के लिए वह 12 दिन होम क्वारंटीन में रहे। तबीयत में सुधार होते ही 15वें दिन से काम पर वापस लौट आए। इस दौरान उन्होनें परिवार सहित स्टाफ की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा। कोरोनाकाल में मरीजों की खूब सेवा की। सरकार के प्रोटोकॉल के मुताबिक लगातार जांच की गई। उनके पैथोलॉजी लैब में फिलहाल कोविड जांच संबंधी सभी व्यवस्था कर दी गई है। कोरोना की तीसरी लहर को लेकर डॉक्टर बताते हैं कि थर्ड वेव संभावित है। कोई जरूरी नहीं है कि कोरोना की तीसरी लहर आए ही। फिलहाल वैक्सीन ही कोरोना से बचाव का एकमात्र उपाय है। हमारी लोगों से यही अपील है कि जल्द से जल्द कोरोना का टीका लगवा लें, और जहां तक संभव हो, लापरवाही ना बरतें औऱ कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें।

Suggested News