बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

नवादा पुलिस की लापरवाही से भागा सजायाफ्ता कैदी, SP ने ASI समेत 5 पुलिसकर्मी को किया निलंबित

नवादा पुलिस की लापरवाही से भागा सजायाफ्ता कैदी, SP ने ASI समेत 5 पुलिसकर्मी को किया निलंबित

नवादा: जिले में पुलिस अभिरक्षा से सजायाफ्ता कैदी रईश राजवंशी के भागने के मामले में नया मोड़ आ रहा है। पूरे मामले में सबसे पहले जेल प्रशासन की तरफ से बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। सजायाफ्ता कैदी रईश राजवंशी के भागने के मामले में लापरवाह पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की गाज गिरी है। एसपी हरि प्रसाथ एस ने कैदी की सुरक्षा में रहे एसआइ सुलेमान हेंब्रम सहित हवलदार सत्येंद्र सिंह, इफ्तेखार खां और सिपाही संतोष कुमार चौधरी व बद्री राम को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। 

कैदी ने जेल प्रशासन को अपनी पुत्री राजनंदिनी की शादी का कार्ड देकर उसमें शामिल होने की अनुमति मांगी थी। जेल अधीक्षक महेश रजक ने भी इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि कार्ड में राजनंदिनी के पिता के तौर पर रईश का नाम दर्ज है। 

इस मामले में दिलचस्प यह है कि शादी उसकी बेटी की नहीं, बल्कि भतीजी राजनंदिनी की थी। नाम न छापने की शर्त पर अषाढ़ी गांव के कुछ लोगों ने बताया कि रईश की अपनी कोई संतान नहीं है। उसके भाई जोगेंद्र राजवंशी की बेटी राजनंदिनी की शादी थी। दस्तावेज में भी साफ तौर पर अंकित है कि जोगेंद्र राजवंशी की बेटी राजनंदिनी की शादी 9 मार्च को हिसुआ थाना क्षेत्र के मंझवे निवासी बबलू राजवंशी के पुत्र नितीश कुमार के साथ हुई है. और वधू पक्ष से गवाह के तौर पर कैदी का नाम भी पांचवें नंबर पर दर्ज है। लेकिन उसने गलत कार्ड देकर जेल प्रशासन को गुमराह किया। लेकिन जेल प्रशासन ने थाना से कार्ड के आलोक में सत्यापन नहीं कराया। 

कहा जा रहा है कि कैदी अपने घर में रविवार की अहले सुबह शौचालय जाने की बात कहकर पुलिस को चकमा देते हुए भाग निकला था। लेकिन सूत्रों की मानें तो वह शादी समारोह में भाग लेने के बाद रास्ते से ही फरार हो गया था। देर रात तक तलाश की गई, लेकिन वह नहीं मिला। अगर यह बात सत्य है तो पुलिसकर्मियों की लापरवाही से इनकार नहीं किया जा सकता है। पूरे मामले पर गौर किया जाए तो साफ होता है कि कैदी ने भागने की कई दिनों से प्लानिग की होगी। सजायाफ्ता कैदी के निकटतम सहयोगी ने इस पूरे प्रकरण में उसका साथ दिया है और वही स्कॉर्पियो से लेकर भाग निकला।

फरार कैदी की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। पुलिस उसके संबंधित ठिकानों पर दबिश दे रही है। हालांकि इसमें अभी तक सफलता नहीं मिल सकी है। डीएम, एसपी व पुलिस लाइन में पूरी रिपोर्ट भेजी गई है। जिसमें जिक्र किया गया है कि उन्होंने 9 मार्च को 12:20 बजे दिन में कैदी को पुलिस अभिरक्षा में सौंपा था और उन्हें अगले दिन शाम पांच बजे कैदी के भागने की सूचना मिली है। 

Suggested News